मोगा। लॉकडाउन से पहले बठिंडा के गांव चक्क फतेह सिंह वाला की राजवीर कौर और संगरूर के दिड़बा गांव की सुहजवीर कौर स्टडी के लिए न्यूजीलैंड गई थी। मंगलवार को हेमिल्टन शहर के विनटेक कॉलेज जा रही थी। रास्ते में एक लिफाफा मिला। उसमें 22 हजार डाॅलर थे। उन्होंने प्रोफेसर और पुलिस की मदद से मालिक को खोजा और लिफाफा सौंप दिया। मालिक ने खुश हो उन्हें 100-100 डॉलर का इनाम दिया।
ईमानदारी का इनाम : रुपए लौटाने पर मालिक ने युवतियों को दिए 100-100 डॉलर
राजबीर कौर और सुहजवीर कौर ने बताया कि मंगलवार की बात है। वो कालेज विनटेक में पढ़ने के लिये जा रही थी रास्ते में सड़क पर लिफाफा पड़ा दिखा। देखा तो उसमें 22 हजार डॉलर थे। लिफाफे पर एएनजेड बैंक का नाम लिखा था। पुलिस को सूचित करने का विचार आया। क्लास का समय हो रहा था। शहर में नए भी थे इसलिए प्रोफेसर की मदद लेना उचित समझा। उन्होंने सारी बात बताकर लिफाफा अपने प्रोफेसर को सौंप दिया। इसके बाद क्लास लगाई। फिर पुलिस के पास गए। पुलिस और प्राेफेसर की मदद से हमने मालिक को खोजा और उसके पैसे वापस कर दिए। वह खुश हुए।
लिफाफे के मालिक ने कहा-ईमानदार पंजाब दी कुड़ियां
मालिक को गुम लिफाफा वापस मिला तो उसने युवतियों को पैसे वापस करने के लिए धन्यवाद किया और साथ में इंग्लिश में बोला- ईमानदार पंजाब दी कुड़ियां। उसने पुलिस और प्रोफेसर के सामने पुलिस स्टेशन पर ही दोनों युवतियाें को दो थैंक्स कार्ड और 100-100 डाॅलर यानी करीब 5000-5000 हजार रुपए इनाम दिया।
इधर, न्यूजीलैंड पुलिस ने फेसबुक पर लिखा
पंजाबी समुदाय के लोग मेहनतकश और ईमानदार होते हैं ऐसा सुना था। आज देख भी लिया। इन 18-19 साल की बच्चियों ने जो इमानदारी दिखाई ये उनके माता-पिता के परवरिश का असर है।