अमृतसर। गर्भवती महिला की डिलीवरी का वीडियो बनवाकर इसे प्रसारित करने वाले सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह की कुर्सी खिसक गई है। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को अवकाश के दिन उनका ट्रांसफर आर्डर जारी कर दिया। डा. नवदीप सिंह को चंडीगढ़ भेजा गया है। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की कमान डा. आरएस सेठी को सौंपी गई है। डा. सेठी चंडीगढ़ में डिप्टी डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। इससे पूर्व वह सिविल सर्जन कार्यालय अमृतसर में जिला परिवार भलाई अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने चंडीगढ़ ट्रांसफर की, सिविल अस्पताल में वीडियो बनवाकर प्रसारित किया था
डा. नवदीप सिंह की कारस्तानी की वजह से स्वास्थ्य विभाग की काफी किरकिरी हुई थी। महिला का वीडियो बनवाकर उसकी निजता का हनन किया गया। इस मामले में महिला के परिवार ने डा. नवदीप पर कार्रवाई न होने की सूरत में आत्मदाह की चेतावनी दी थी। वहीं उनके खिलाफ शहर में रोष प्रदर्शन भी शुरू हो गए थे।
17 नवंबर को सिविल सर्जन अचानक सिविल अस्पताल पहुंचे और उन्होंने चार गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की। इस दौरान लोहगढ़ निवासी एक महिला का सिजेरियन किया और इसका वीडियो बनवाकर प्रसारित कर दिया। डा. नवदीप सुर्खियां बंटोरना चाहते थे कि एक सिविल सर्जन होने के बावजूद वह गायनोकोलाजिस्ट की भूमिका में भी हैं, लेकिन उनका यह हथकंडा उन पर भारी पड़ गया। एक माह आठ दिन बाद उनकी सेवानिवृत्ति थी। सिविल सर्जन की कुर्सी पर बैठकर वह अपनी सल्तनत चला रहे थे। निचले स्तर के अधिकारियों से भी उनका व्यवहार ठीक नहीं था। अक्सर उनके खिलाफ उनके सहयोगी अधिकारी खिन्न रहते थे, पर खुले स्वर में कुछ नहीं बोल पाते।
जांच कमेटी बनाकर करवाए लिए थे हस्ताक्षर
डा. नवदीप सिंह ने अपने पर लगे आरोपों की जांच के लिए तीन डाक्टरों पर आधारित कमेटी बनाई। इस कमेटी में सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. चरणजीत सिंह, जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. जसप्रीत शर्मा व एसएमओ तरसिक्का डा. विनोद को शामिल किया गया। तीनों ही डा. नवदीप से जूनियर थे। डा. नवदीप ने बीते शनिवार को इन्हें अपने आवास पर बुलाया और एक लेटर पर हस्ताक्षर करवा लिए।
बताया जाता है कि इस लेटर में सिविल सर्जन ने स्वयं ही टाइप करवाया था कि 17 नवंबर को उन्होंने डिलीवरी की, लेकिन किसी ने वीडियो बना ली। इसकी उन्हें जानकारी नहीं। जांच कमेटी के हस्ताक्षरयुक्त लेटर स्वास्थ्य विभाग को भेजकर डा. नवदीप मामले से बचना चाहते थे, पर विभाग ने ऐसा होने नहीं दिया।
डिप्टी मास मीडिया अफसर को गुनहगार साबित करने की कोशिश
डा. नवदीप ने अपने ही विभाग के मास मीडिया अफसर अमरदीप सिंह को गुनहगार साबित करने की कोशिश की। उन्होंने जांच कमेटी से कहा कि अमरदीप ने ही वीडियो वायरल किया है। हालांकि अमरदीप ने साफ किया कि उन्होंने डा. नवदीप के कहने पर ही ऐसा किया था। दैनिक जागरण ने इस सारे मामले का लगातार खुलासा किया।
पद की गरिमा बनाए रखेंगे : डा. सेठी
नवनियुक्त सिविल सर्जन डा. आरएस सेठी अमृतसर से ही संबंधित हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह सोमवार को सिविल सर्जन का पदभार ग्रहण करेंगे। इस पद की गरिमा बनाए रखेंगे। सभी प्रोग्राम अधिकारियों व सहयोगी स्टाफ के साथ मिलकर कोरोना का मुकाबला करेंगे।