मालदीव की संसद में आतंकवाद पर बोले PM मोदी- अब पानी सिर से ऊपर निकल रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय यात्रा पर मालदीव पहुंचे गए हैं। मालदीव पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ माले में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मालदीव की संसद पहुंचे. यहां अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मालदीव दुनिया का नायाब नगीना है.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर मालदीव पहुंचे गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा सामरिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर शनिवार को मालदीव पहुंचे. मोदी का माले हवाईअड्डे पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने स्वागत किया. दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्‍ताक्षर भी हुए.  यहां अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मालदीव दुनिया का नायाब नगीना है. मैं अपने और भारत की ओर से इस सदन को धन्‍यवाद देता हूं. मैं दूसरी बार यहां आया और दूसरी बार सदन की कार्रवाई का साक्षी बना.

नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार किसी विदेशी यात्रा पर पहुंचे हैं। इससे पहले मोदी पिछले साल राष्ट्रपति सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में मालदीव गए थे। मोदी सरकार की नेबर फर्स्ट (पड़ोसी पहले) की पॉलिसी रही है। 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी मोदी अपने पहले विदेश दौरे पर भूटान गए थे।

– पीएम मोदी ने कहा कि हमारा दर्शन और हमारी नीति है ‘सारी दुनिया एक परिवार.’ भारत ने अपनी उपलब्धियों को हमेशा विश्‍व और पड़ोसियों के साथ साझा किया. यह समय चुनौतियों से भरा है. लेकिन चुनौतियां अवसर भी लाती हैं. आज भारत और मालदीव के बीच अवसर है. अपने क्षेत्र में मिलकर काम करने के लिए एक अवसर है. आतंकवाद को हराने का एक अवसर है. समुद्र की चुनौतियों पर अवसर है. पर्यावरण के लिए एक बदलाव लाने का अवसर है. हम इस अवसर का पूरा लाभ उठाएंगे. इसके लिए हम वचनबद्ध हैं.

– पीएम मोदी बोले- भारत अपनी शक्ति और क्षमताओं का उपयोग केवल अपनी समृद्धि और सुरक्षा के लिए ही नहीं करेगा. बल्कि इस क्षेत्र के अन्य देशों की क्षमता के विकास में, आपदाओं में उनकी सहायता के लिए, तथा सभी देशों की साझा सुरक्षा, संपन्नता और उज्ज्वल भविष्य के लिए करेगा।

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सामुद्रिक पड़ोसी हैं. हम मित्र हैं. दोस्तों में कोई छोटा और बड़ा, कमज़ोर और ताकतवर नहीं होता. शांत और समृद्ध पड़ोसी की नींव भरोसे, सद्भावना और सहयोग पर टिकी होती है।

– अब भारत के सहयोग से माले की सड़कें ढाई हज़ार एलईडी स्‍ट्रीट लाइट के दूधिया प्रकाश में नहा रही हैं और 2 लाख एलईडी बल्ब मालदीव वासियों के घरों और दुकानों को जगमगाने के लिए आ चुके हैं: पीएम मोदी

– पीएम मोदी ने कहा कि मालदीव अंतरराष्‍ट्रीय सौर्य ऊर्जा में शामिल हुआ है. बदलता पर्यावरण विश्‍व के लिए खतरा है. मालदीव सौर्य ऊर्जा की ओर आगे बढ़ रहा है.

– आतंकवादियों के न तो अपने बैंक होते हैं और ना ही हथियारों की फैक्‍ट्री, फिर भी उन्हें धन और हथियारों की कभी कमी नहीं होती. आतंकवाद की स्‍टेट स्पांसरशिप सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है.

– आतंकादी कहां से सुविधा पाते हैं. उन्‍हें कौन फाइनेंस करता है? यह दुर्भाग्‍य है कि लोग अभी भी गुड टेररिस्‍ट और बैड टेररिस्‍ट में फर्क कर रहे हैं.

– पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद हमारे समय की एक बड़ी चुनौती है. ये खतरा एक देश या एक क्षेत्र के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता की है. हर दिन कोई न कोई घटना जरूर होती है. हर दिन कोई न कोई निर्दोश मारा जाता है.

– भारत और मालदीव में भाषा की भी समानता है. मालदीव में लोकतंत्र और समृद्धि के लिए भारत विश्‍वसनीय सहयोगी बना रहेगा और देश का हाथ मजबूत करेगा. देश का संबंध केवल सरकारों के बीच नहीं होता. लोगों के बीच के संबंध इसके प्राण होते हैं.

– भारत और मालदीव एक गुलशन के फूल हैं. सागर की गहराई जैसे हमारे रिश्‍ते हैं. भारत हर घड़ी, हर कदम पर आपके साथ चला है.

– सागर की गहराई जैसे भारत और मालदीव के रिश्‍ते हैं. मालदीव से गुजरात का पुराना रिश्‍ता है. ढाई हजार साल पुराना रिश्‍ता है.

– पीएम मोदी ने कहा कि मालदीव दुनिया के सामने सौंदर्य का नायाब नमूना है. यह हिंदमहासागर की कुंजी है. भारत मालदीव के लोकतंत्र के साथ है. पड़ोसियों का विश्‍वास जीतना हमारा लक्ष्‍य है.

पीएम मोदी का संयुक्‍त संबोधन

मालदीव राष्ट्रपति के साथ सयुंक्त प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव को हर संभव साथ देने का विश्‍वास जताया.

मालदीव और भारत के बीच हाइड्रोग्राफी, स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में, समुद्र सुरक्षा और सीमा शुल्‍क संबंधी कई समझौतों पर हस्‍ताक्षर हुए. संयुक्‍त संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भारत और मालदीव के बीच विकास साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमने मालदीव के आम नागरिकों को लाभ पहुंचाने वाली परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि मालदीव में रुपए ( RuPay) कार्ड जारी करने से भारतीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी. इस दिशा में हम जल्‍द ही कदम उठाएंगे. रक्षा सेवाओं पर उन्‍होंने कहा कि हम एकजुट जोकर समुद्र की सुरक्षा करेंगे. हम जल्‍द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाएंगे. भारत किसी भी प्राकृतिक आपदा या अन्य कोई भी समस्या हो, उसमें हमेशा मालदीव के साथ खड़ा रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर कदम पर मालदीव के साथ खड़ा है. सुशासन के प्रति हमारी जिम्मेदारी अहम है. दोनों ही देश स्थिरता चाहते हैं. हमारी साझेदारी की भावी दिशा पर पूर्ण सहमति है. उन्‍होंने कहा कि मालदीव में विकास के रास्ते खुले हुए हैं. यहां विकास के कई प्रोजेक्ट्स जारी हैं. दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.

दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। यहां के रिपब्लिक स्क्वॉयर में मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ बैठक की। मोदी ने सोलिह को भारतीय क्रिकेट टीम के हस्ताक्षर वाला बल्ला भेंट किया।

मोदी मालदीव की संसद को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशान इज्जुद्दीन देने का ऐलान किया। यह विदेशी प्रतिनिधियों को दिया जाने वाला मालदीव का सबसे बड़ा सम्मान है। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि मोदी के दौरे पर उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।

मालदीव पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस मालदीव यात्रा सुरक्षा और विकास संबंधित कुछ अहम और महत्वपूर्ण समझौते हो सकते हैं। पीएम अपने दौरे पर मालदीव के उप राष्ट्रपति फैसल नसीम से भी मुलाकात करेंगे।

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