डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद 10 हजार से ज्यादा बार बोल चुके हैं झूठ, अमेरिकी अखबार ने खोली पोल
वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका (US President Donald Trump) के राष्ट्रपति बनने के बाद 10 हजार 796 बार झूठ बोल चुके हैं. अपने कार्यकाल के 869 दिन तक ट्रंप ने 10 हजार 796 बार झूठ बोला और गुमराह करने वाले दावे किए. अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप ने औसतन रोजाना 12 बार झूठ बोले हैं.
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच ‘मध्यस्थता’ वाले बयान को भारत खारिज कर चुका है. ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग ट्रंप को झूठा बोल रहे हैं. साथ ही उन पर मीम्स भी बन रहे हैं. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब ट्रंप ने झूठ बोला हो या गुमराह करने वाला दावा किया हो. ट्रंप कई बार झूठ बोल चुके हैं और उन्होंने कई बार गुमराह करने वाले दावे किए हैं. ट्रंप की झूठ की पोल कई बार अमेरिका के ही अखबार ने खोली है. अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने कई बार ट्रंप के झूठ को पकड़ा है.
वॉशिंगटन पोस्ट के फैक्ट चेकर्स डेटाबेस के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका (US President Donald Trump) के राष्ट्रपति बनने के बाद 10 हजार 796 बार झूठ बोल चुके हैं. अपने कार्यकाल के 869 दिन तक ट्रंप ने 10 हजार 796 बार झूठ बोला और गुमराह करने वाले दावे किए. अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप ने औसतन रोजाना 12 बार झूठ बोले हैं.
इन दावों में से लगभग पांचवां हिस्सा इमीग्रेशन के बारे में है, उनके हस्ताक्षर का मुद्दा – एक प्रतिशत जो कि तब से बढ़ गया है जब सरकार ने यू.एस.-मैक्सिको सीमा के साथ अपनी वादा की गई दीवार के लिए फंड बंद कर दिया था. सबसे ज्यादा ट्रंप ने 172 बार झूठा दावा किया कि उनकी सीमा की दीवार बनाई जा रही है. इसके अलावा उन्होंने कारोबार और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल के मुद्दे पर भी कई बार झूठ बोला है.
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच ‘मध्यस्थता’ की सोमवार को पेशकश की. ट्रंप ने कहा था कि यदि भारत और पाकिस्तान अनुरोध करते हैं तो वह कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए तैयार हैं. हालांकि भारत ने ट्रंप के इस बयान को खारिज कर दिया और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से इस तरह का कोई अनुरोध नहीं किया है.
कश्मीर मामला: ट्रंप के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा- राष्ट्रपति मनगढ़ंत बातें नहीं करते हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति के एक शीर्ष सलाहकार ने मंगलवार को कहा कि डोनाल्ड ट्रंप मनगढ़ंत बातें नहीं करते हैं. उन्होंने यह बात ट्रंप के उस चौंकाने वाले दावे पर कही जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर उनसे मध्यस्थता करने को कहा था. ट्रंप के इस दावे का भारत ने जोरदार खंडन किया है. ट्रंप के मुख्य आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो से व्हाइट हाउस में जब पूछा गया कि क्या यह (राष्ट्रपति का दावा) मनगढ़ंत है तो उन्होंने कहा, ‘यह बहुत अशिष्ट सवाल है.’ उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति मनगढ़ंत बातें नहीं करते हैं. मेरी राय में यह बहुत ही अशिष्ट सवाल है. मैं इसका कोई जवाब नहीं दूंगा. यह मेरे क्षेत्र से बाहर का है.’
उन्होंने कहा, ‘यह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, विदेश मंत्री पोम्पिओ और राष्ट्रपति के लिये है. इसलिए मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करने जा रहा हूं. राष्ट्रपति कुछ भी मनगढ़ंत बातें नहीं करते हैं.’ एक दिन पहले, व्हाइट हाउस में जब ट्रंप पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से मिले थे तो उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच ‘मध्यस्थ’ बनने की पेशकश की थी.
ट्रंप ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात के दौरान उनसे कश्मीर पर मध्यस्थता करने को कहा था. उधर, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात का खंडन किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कभी इस तरह का अनुरोध किया था.
उन्होंने संसद में एक बयान में कहा, ‘मैं सदन को स्पष्ट रूप से आश्वस्त करना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है. मैं दोहराता हूं कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया था.’ (इनपुट: भाषा)