नई दिल्ली। मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी और भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शुक्रवार को मुंबई की एनआईए कोर्ट में पेश हुई. कोर्ट की कार्यवाही जब खत्म हुई तो बाहर आकर साध्वी प्रज्ञा ने खराब कुर्सी मिलने पर नाराजगी जताई. साध्वी प्रज्ञा ने खराब कुर्सी मिलने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस सीट पर उन्हें बैठाया गया था वह बेहद गंदी और छोटी थी जिस पर बैठा नहीं जा सकता था.
कोर्ट ने कुर्सी पर बैठने की अनुमति दी लेकिन साध्वी प्रज्ञा ने इनकार कर दिया.
साध्वी प्रज्ञा कोर्ट में सुनवाई के लिए 2 बजकर 45 मिनट पर आईं. उन्होंने कोर्ट ने कुर्सी पर बैठने की अनुमति दी लेकिन साध्वी प्रज्ञा ने इनकार कर दिया. सुनवाई के दौरान वे खड़ी रहीं. पूरी सुनवाई के दौरान साध्वी प्रज्ञा एक खिड़की के पास सहारा लेकर खड़ी रहीं और जैसे ही शाम 5 बजकर 15 मिनट पर जज कोर्ट से बाहर निकले वे चीखने लगीं.
खराब तबियत होने के बावजूद उन्हें ऐसी कुर्सी पर बैठने के लिए कहा गया जो बहुत छोटी थी
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि खराब तबियत होने के बावजूद उन्हें ऐसी कुर्सी पर बैठने के लिए कहा गया जो बहुत छोटी थी. खराब स्वास्थ्य की वजह से वे इस पर बैठ नहीं सकती थीं. इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने चीखते हुए कहा, ‘अगर बुलाया है तो कोर्ट में तो बैठने का स्थान तो दें. कम से कम जब तक सजा नहीं होती तब तक तो मुझे बैठने का अधिकार है. जब सजा हो जाये तो फांसी पर चढ़ा दीजिए.’
गुरुवार को ही अदालत में पेश होना था लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अदालत में पेश नहीं हुईं
मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी और भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा को गुरुवार को ही अदालत में पेश होना था लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अदालत में पेश नहीं हुईं. शुक्रवार को जब कोर्ट में साध्वी प्रज्ञा की पेशी हुई तो वे दो लोगों के कंधे पर हाथ रखकर चलती हुई नजर आईं.
- रिपोर्ट के मुताबिक जब साध्वी प्रज्ञा कोर्ट रूम में आरोपियों के लिए बने बेंच के पास पहुंचीं तो साध्वी के साथ आए लोगों ने बेंच पर लाल रंग का एक कपड़ा बिछाया, इसके बाद प्रज्ञा उस पर बैठीं.
- जज ने कहा- मालेगांव धमाके में कई लोग मारे गए. अदालत में सुनवाई के दौरान विशेष एनआईए जज ने साध्वी प्रज्ञा से पूछा कि क्या उन्हें पता है, या फिर क्या उन्हें उनके वकील ने बताया कि अबतक इस केस में कितने गवाहों से पूछताछ हो चुकी है. इस सवाल के जवाब में प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
- इसके बाद जज ने साध्वी प्रज्ञा से कहा कि अबतक जितने गवाहों से पूछताछ हुई है उससे ये बात सामने आई है कि 29 सितंबर 2008 को एक धमाका हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए थे. इस सवाल के जवाब में भी प्रज्ञा ने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
- pragya-singh-thakurpragya-singh-thakurबता दें कि महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को एक मस्जिद के निकट हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे.