नई दिल्लीः केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बुधवार को कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) के ग्राहकों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े. भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को रेगुलेटरी खामियों के मद्देनजर पीएमसी बैंक पर कई पाबंदियां लगाई हैं. इससे बैंक के हजारों खाताधारक अपने धन को लेकर आशंकित है. रिजर्व बैंक ने पीएमसी के ग्राहकों पर अपने खाते से छह महीने में 1,000 रुपये निकासी की सीमा लगा दी है. साथ ही बैंक के नए कर्ज देने पर भी रोक लगाई गई है. बैंक के पास 11,000 करोड़ रुपये का सार्वजनिक जमा है.
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘ग्राहकों की ओर से वित्त मंत्रालय को ज्ञापन दिया गया है. हम उन मामलों पर गौर करेंगे और उसके बाद इसकी जानकारी आपको देंगे.’ वित्त राज्यमंत्री ने कहा, ‘जो भी संस्थान जनता के पैसे का लेनदेन करता है उसके लिए अनुपालन जरूरी है. अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आम आदमी को किसी तरह की दिक्कत नहीं आए.’ इस बीच, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने स्पष्ट किया है कि पीएमसी बैंक का उससे कोई लेना-देना नहीं है.
ये सिसकियाँ पंजाब & महाराष्ट्र सहकारी बैंक की खाताधारक एक महिला की हैं।आम लोग परेशान हैं क्योंकि वो RBI के एक औचक आदेश के चलते अपना पैसा बैंक से निकाल नहीं पा रहे।
गलती सरकार की आर्थिक नीतियों की है। गलती शीर्ष अधिकारियों की है। लेकिन गाज निर्दोष और मेहनती लोगों पर गिर रही है। pic.twitter.com/4gqG0gQi1b
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 25, 2019
पीएनबी ने बयान में कहा, ‘बैंक के प्रति ग्राहकों और सभी सब्सक्राइबर्स का भरोसा कायम है. बैंक की वित्तीय प्रणाली मजबूत है.’अनुराग ठाकुर ने यहां उद्योग मंडल एसोचैम के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्ण मौद्रिकरण योजना (जीएमएस) अपने वांछित लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है और इसे पुनर्गठित करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘देश में बचत दर दुनिया में सबसे अधिक है. यह कुल आय का करीब 30 फीसदी है. जीएसएस में व्यापक संभावना है. घरेलू स्तर पर परिवारों और मंदिर-ट्रस्टों के पास मौजूदा सोने का इस्तेमाल कर इस योजना को सफल बनाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि टैक्स अधिकारियों से कहा गया है कि वे सभी लोगों पर संदेह नहीं करें और ईमानदार टैक्सपेयर्स का सम्मान करें.
इस बीच मुंबई से मिली खबरों के मुताबिक कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास को पत्र लिखकर बैंक के ग्राहकों पर छह माह में मात्र 1,000 रुपये की निकासी सीमा को हटाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस तरह की पाबंदी से बैंक के वह ग्राहक बुरी तरह प्रभावित होंगे जो कि अपनी वित्तीय जरूरत के लिये पूरी तरह बैंक पर ही निर्भर हैं.
प्रियंका गांधी ने बोला मोदी सरकार पर हमला
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक पर आरबीआई की ओर से कई पाबंदियां लगाए जाने के बाद खाताधारकों को हो रही दिक्कतों से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए बुधवार को दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार की गलत नीतियों की गाज आम लोगों पर गिर रही है.
प्रियंका गांधी ने एक महिला खाताधारक का वीडियो का शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘ये सिसकियां पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी बैंक की खाताधारक एक महिला की हैं। आम लोग परेशान हैं क्योंकि वो आरबीआई के एक औचक आदेश के चलते अपना पैसा बैंक से निकाल नहीं पा रहे।’’
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि ‘गलती सरकार की आर्थिक नीतियों की है. गलती शीर्ष अधिकारियों की है लेकिन गाज निर्दोष और मेहनती लोगों पर गिर रही है’ खबरों के मुताबिक बैंक नियमों के उल्लंघन के मामले में आरबीआई ने पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी है जिसके तहत कोई भी खाताधारक छह महीने में सिर्फ एक हजार रुपये निकाल सकता है.
PMC बैंक मामला: खाताधारकों के 11 हजार करोड़ दांव पर, RBI के निर्देश ने बढ़ाई मुश्किलें
मुंबई: रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक पर 6 महीने के लिए ऑपरेश्नल रोक यानी कुछ पाबंदी लगा दिए हैं. RBI के निर्देश के मुताबिक बैंक के खाताधारक अब अपने अकाउंट से हर दिन सिर्फ 1 हजार रुपये ही निकाल सकेंगे. इससे खाताधारक आज सुबह बैंक के बाहर जमा हो गए और कई जगहों पर हंगामा भी हुआ.
RBI के नए निर्देश के बाद पीएमसी खाताधारकों को झटका बैंक को लगा है. आरबीआई ने बैंक पर सेक्शन 35 A के तहत प्रतिबंध लगाया है. जिसमें ग्राहक एक हजार से ज्यादा रूपये बैंक से नहीं निकाल सकते हैं. इसके अलावा बैंक ग्राहकों को किसी भी तरह का लोन नहीं दे सकता. न ही कोई निवेश बैंक में कर सकता है. आरबीआई ने बैंक को लेकर कई अन्य तरह के प्रतिबंध भी लगाये हैं.
हालांकि आरबीआई ने यह भी साफ किया है कि इस प्रतिबंध का यह मतलब नहीं है कि बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. प्रतिबंध लागू होने के बाद अब पीएमसी बैंक की लेनदेन पर कड़ी नजर रखेगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक में ग्राहकों का 11500 करोड़ रुपया जमा है, बैंक की ब्रांच पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली और गोवा में भी हैं. पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक 137 शाखाएं हैं और यह देश के टॉप-10 को-ऑपरेटिव बैंकों में से एक है.
केंद्रीय बैंक के आदेश के बाद मुंबई में पीएमसी बैंक की शाखाओं के बाहर भीड़ देखने को मिली. ख़बर के फैलने के बाद भारी संख्या में ग्राहक बैंक की शाखाओं पर पहुचने लगे. किसी को अपनी मेहनत के पैसे डूबने के डर सताने लगा तो किसी की तबियत खराब हो गई. कई जगह हंगामा हुआ तो कही बैंक कर्मचारी खाताधारकों के गुस्से का शिकार बने. ब्रांच पर हंगामा कर रहे एक ग्राहक ने बताया कि आज सुबह ही उन्हें एसएमएस के माध्यम से यह जानकारी बैंक की और से दी गई. जब वे बैंक पहुंचे तो यहां भी किसी ने सही जानकारी नहीं दी.