बिश्केक: लीडर्स लाउंज में मोदी से मिले इमरान, इससे पहले दो बार भारतीय पीएम ने उन्हें नजरअंदाज किया था

मोदी ने एससीओ नेताओं से कहा- आतंकवाद पर चर्चा के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन बुलाएगा किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के अनौपचारिक भोज और समिट में मोदी-इमरान साथ आए, बातचीत नहीं की पाक प्रधानमंत्री ने कहा- उम्मीद है मोदी कश्मीर समेत सभी मुद्दों को हल करने की कोशिश करेंगे

0 832,346

बिश्केक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान आखिरकार शंघाई सहयोग सम्मेलन (एससीओ) के दौरान शुक्रवार शाम लीडर्स लाउंज में मिले। न्यूज एजेंसी को सूत्र ने बताया कि लीडर्स लाउंज के दौरान दोनों ने एक-दूसरे का हालचाल पूछा। हालांकि, इससे पहले दोनों नेता दो बार आमने-सामने आए, पर मोदी ने इमरान को नजरअंदाज कर दिया। मोदी ने समिट के दौरान अपने भाषण में आतंकवाद के मुद्दे पर नाम लिए बगैर पाकिस्तान को घेरा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता और आतंक का समर्थन करने वालों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है।

एससीओ में मोदी और इमरान गुरुवार को किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के अनौपचारिक भोज और समिट में साथ आए, लेकिन मोदी ने इमरान की ओर देखा तक नहीं। भारत कह चुका है कि एससीओ में मोदी और इमरान की बैठक का कोई औपचारिक कार्यक्रम नहीं है। हालांकि, मोदी ने पिछले साल चीन में हुई समिट के दौरान तत्कालीन पाक राष्ट्रपति ममनून हुसैन से हाथ मिलाया था।

SCO ने सदस्य देशों को आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र के रेसोल्यूशन को लागू करने के लिए कहा

किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के बाद जारी साझा घोषणापत्र में भारत के मुद्दों की गूंज नज़र आई है. एससीओ ने माना कि सीमा-पार से आतंकवाद बड़ी चुनौती है. घोषणापत्र में आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा की गई है और इससे मुकाबले के लिए साझेदारी मजबूत करने पर जोर दिया गया है. SCO ने अपने सभी सदस्य देशों को आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र के रेसोल्यूशन को लागू करने के लिए कहा गया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को बख्शने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने SCO समिट में भी अपने इसी एजेंडे को जारी रखते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर वैश्विक सम्मेलन का आह्वान किया. शुक्रवार को पाकिस्तान पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले, इसमें मदद देने वाले और इसे आर्थिक मदद पहुंचाने वाले देशों को जवाबदेह बनाना जरूरी है.

आतंकवाद पर प्रहार करते हुए विश्व को आंतक के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया

बता दें कि पीएम मोदी ने आज आतंकवाद पर जोरदार प्रहार करते हुए पूरे विश्व को आंतक के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया था. पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारों-इशारों में उसे लताड़ लगाई. उन्होंने कहा कि आतंकवाद रोज मासूमों की जान लेता है. सभी को इसके खिलाफ कदम उठाना चाहिए. आतंकवाद का साथ देने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

 ”आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन और वित्त प्रदान करने वाले राष्ट्रों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी

पीएम मोदी ने आगे कहा, ”आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन और वित्त प्रदान करने वाले राष्ट्रों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है. एससीओ सदस्यों को आतंकवाद का सफाया करने के लिए पूरी शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए. भारत आतंकवाद से निपटने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन का आह्वान करता है.” पीएम मोदी ने श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए आंतक को जड़ से खत्म करने और आतंकवादियों को शह देने वाल पाक सरीखे देशों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की अपील की.

आतंकवाद के उस घिनौने चेहरे का स्मरण हुआ जो हर कहीं भी प्रकट होकर मासूमों की जान लेता है

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में पीएम मोदी ने कहा, ”पिछले रविवार को श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान मैं सेंट एंटनी के चर्च गया था वहां मुझे आतंकवाद के उस घिनौने चेहरे का स्मरण हुआ जो हर कहीं भी प्रकट होकर मासूमों की जान लेता है. इस खतरे से निपटने के लिए सभी मानवतावादी ताकतों को अपने संकीर्ण दायरे से निकलकर एकजुट हो जाना चाहिए.”

पीएम मोदी अपने बिश्केक दौरे पर पाकिस्तान को कड़ा कूटनीतिक संदेश दे रहे हैं

आपको बता दें कि पीएम मोदी अपने बिश्केक दौरे पर पाकिस्तान को कड़ा कूटनीतिक संदेश दे रहे हैं. कल और आज दोनों दिन पीएम मोदी और इमरान खान आमने-सामने आए लेकिन दोनों नेताओं के बीच दुआ-सलाम भी नहीं हुआ. दोनों अलग-अलग दिखाई दिए.यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान भी आतंकवाद के मुद्दे उठाए और कहा कि पाकिस्तान से तब तक बातचीत संभव नहीं है जबतक कि वह आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाता है. इस सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव समेत कई नेता शामिल हुए.

Leave A Reply

Your email address will not be published.