बठिंडा. बेरोजगार नौजवानों के रोजगार देने के नाम पर विज्ञापन जारी कर पने झांसे में लेने वाले चार लोगों के खिलाफ कनाल कालोनी पुलिस थाना ने मामला दर्ज किया है। इसमें आरोपी लोगों ने करीब 30 लोगों को अपने झांसे में लेकर 65 लाख रुपए की ठगी मारी है। इसमें करीब 30 लोगों को प्राइवेट कंपनी में 10 साल के ठेके पर नौकरी दिलवाने के नाम पर 15 लाख और 10 लोगों को एफसीआई व रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर 50 लाख की जालसाजी की गई। केस में जालसाजों ने नौजवानों को ट्रेनिंग दिलवाने के साथ अथार्टी लैटर भी थमा दिए जो जांच करने पर जाली निकले। इसके बाद प्रभावित लोगों ने जिला पुलिस कप्तान के पास लिखित शिकायत दी जिसमें ईओ विंग के पास मामले की जाचं करवाने के बाद आरोपी लोगों पर मामला दर्ज करवाया गया है।
ठगी के शिकार बरजिंदर सिंह के पिता यादविंदर सिंह वासी डा.जिया वाली गली, एसएएस नगर नजदीक प्रताप नगर ने लिखित शिकायत दी कि उसका लड़का स्नातक की शिक्षा हासिल करने के बाद नौकरी की तलाश कर रहा था। इसी दौरान उसने एक सामाचार पत्र में नौजवानों को रोजगार देने का विज्ञापन देखा। इसमें संपर्क करने पर सुशील कुमार दीपक नामक व्यक्ति ने बताया कि वह नौकरी दिलवाने का काम करने वाली एडीबी इन्फोटेंक प्राइवेट लिमिटेंड में डायरेक्टर लगा हुआ है। वर्तमान में वह चक्क-2 पीएचएम खाजूवाला बिकानेर में रहता है। उसके साथ कर्मवीर सिंह वासी मीरपुर जिला सिरसा, प्रिंस वासी बिजनौर उत्तरप्रदेश, राम माहिर शर्मा वासी हिसार व कृष्ण कुमार चौधरी वासी एससीओ-18 सेक्टर 16 भी जुड़े हुए है।
इसमें कर्मवीर सिंह उर्फ सूरजभान पीआर का काम, राममेहर शर्मा जनचेतना ग्रामीण इंपर्वारमेंट व इंप्लाइमेंट सर्विस में डायरेक्टर, वही कृष्ण कुमार चौधरी जन आशा इम्प्लाइमेंट रिसोर्स लिमिटेंड डयरेक्टर लगा है। उक्त सभी लोगों के पास सरकारी व प्राइवेट कंपनियों के जाब प्लेसमेंट का कंट्रेक्ट है। उन्होंने मार्च 2019 में इनफोटैक कंपनी में जाब निकलने की बात कही व दावा किया कि कंपनी का पंजाब खेतीबाड़ी विभाग के साथ ठेका है जिसमें वह कर्मी रख रहे हैं व 10 साल तक ठेके में काम करवाने के साथ बड़ा पैकेज देंगे। 10 साल के बाद उन्हें स्थायी कर दिया जाएगा। इसमें सुशील कुमार ने बरजिंदर सिंह को जाब के लिए फेस-8 मोहाली स्थित एक दफ्तर में बुलाया। बातचीत में बताया गया कि उनकी जाब पक्की है व उन्हें दो लाख रुपए देना पड़ेगा। वही अन्य दूसरे लोगों को भी जाब के लिए कह सकते हो क्योंकि विभाग में सैकड़ों पोस्ट निकली है। उक्त जालसाजों पर विश्वास पर बरजिंदर ने अपने संपर्क में करीब 30 लोगों को अप्लाई करवा दिया।
सुशील ने सभी लोगों से दो-दो लाख रुपए मांगे लेकिन उन्होंने पहले 50 हजा रुपए एड़वास दिया व बाकि की डेढ़ लाख रुपए की राशि जाम लगने के बाद देने के लिए कहा। इस तरह से मोहाली में उक्त व्यक्ति को 30 लोगों ने मिवकर 15 लाख रुपए की राशि दे दी। वही कुछ समय बाद उक्त लोगों ने उन्हें खेतीबाड़ी विभाग का ठेका नहीं मिलने की बात कही व उन्हें एफसीआई व रेलवे में नौकरी दिलवाने का आश्वासन देकर प्रति व्यक्ति 5-5 लाख रुपए देने के लिए कहा। इसमें करीब 10 लोगों ने हामी भर दी व उक्त व्यक्ति को 50 लाख रुपए इकट्ठा कर दे दिया। पैसे देने के बाद कर्मवीर सिंह, प्रिंसक, कृष्ण कुमार व राममेहर शर्मा ने उन्हें जाब आफर देने से पहले कलकत्ता में ट्रैनिंग पर भेज दिया।
वही इसी दौरान उन्हें जाब आफर का लैटर भी दे दिया। ट्रेनिंग की व्यवस्था व जारी लैटर को देखने के बाद उन्हें शक हुआ तो उन्होंने कलकत्ता व आसपास के इलाके में लोगों से इस बाबत जानकारी हासिल की तो बताया गया कि उक्त लोग जालसाज है व नौजवानों को इसी तरह ठगने का काम करते हैं। इसके बाद सभी लोगों ने जब उक्त जालसाजी करने वाले लोगों से जानकारी मांगी तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया कि उन्होंने जो करना था कर लिया अब न तो उनके पैसे वापिस मिलेंगे न ही नौकरी। इस मामले में जालसाजी के शिकार लोगों ने बठिंडा पुलिस के पास लिखित शिकायत दी जिसमें जांच के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।