अमृतसर. गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी द्वारा सभी एफिलिएटेड कॉलेजिस, कंस्टीट्यूट कॉलेजिस और यूनिवर्सिटी कैंपस में अंडर ग्रेजुएट व पाेस्ट ग्रेजुएट के फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं 1 से 16 जुलाई के बीच ली जाएंगी।
परीक्षाओं काे लेकर कॉलेजिस में पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे, ताकि स्टूडेंट्स व स्टाफ सुरक्षित रहें। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने गाइडलाइंस जारी की है। सबसे महत्वपूर्ण है कि जाे दूसरे राज्यों से स्टूडेंट्स पेपर देने के लिए आएंगे, उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन हाेना पड़ेगा।
इसके लिए कॉलेजिस के हाेस्टल में ही प्रबंध किए जाएंगे। इसलिए स्टूडेंट्स काे परीक्षाएं शुरू हाेने से 14 या 15 दिन पहले ही काॅलेज पहुंचना हाेगा ताकि उनका क्वारंटाइन का प्राेसेस पूरा हाे सके।
यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता के अनुसार स्टूडेंट्स काे इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। ये बस रेगुलर प्राेसेस है। हाेस्टल के कमरे में वे अकेले रहेंगे। उन्हें सारी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। स्टूडेंट्स केवल अपनी परीक्षाओं पर फाेकस करें। काेई भी डाउट हाे ताे उसे टीचर्स से पूछ सकते हैं।
रेड जाेन वाले स्टूडेंट्स की परीक्षाएं बाद में ली जाएंगी
जाे स्टूडेंट्स रेड जाेन वाले एरिया से संबंध रखते हैं, उनकी परीक्षाएं अभी नहीं हाेंगी। जब हालात स्थिर हाेंगे, तब यूनिवर्सिटी की अाेर से उनकी परीक्षाएं ली जाएंगी।
इसके अलावा पेपर देने आने वाले हर स्टूडेंट की थर्मल स्कैनिंग हाेगी। अगर काेई बच्चा बीमार है या काेविड-19 से जुड़े काेई लक्ष्ण उसमें पाए जाते हैं ताे उनकी परीक्षाएं भी बाद में ली जाएंगी। दूसरे राज्य के स्टूडेंट किसी कारण पेपर देने नहीं आ पाते तो वे भी बाद पेपर दे सकते हैं।
सात मार्च या उसके बाद आए रिजल्ट को फिर से री-इवैल्यूएट करा सकेंगे छात्र
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय ने छात्रों को रिजल्ट पुनर्मूल्यांकन कराने का एक चांस और दिया है। इसके तहत वे सभी छात्र, जिनका रिजल्ट 7 मार्च या उसके बाद आया है, वे अपने पेपर्स को 10 दिन के अंदर फार्म भरकर फिर से मूल्यांकन करा सकते हैं।
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. मनोज कुमार ने बताया कि जिन छात्रों के कक्षा परिणाम 7 मार्च को या उसके बाद विश्वविद्यालय की अाेर से घोषित किए गए थे, वे 10 दिनों के भीतर अपने पेपर का पुनर्मूल्यांकन कर सकते हैं।
छात्रों को परिणामों के बाद निर्धारित समय के भीतर पुनर्मूल्यांकन के लिए फॉर्म भरना होता है, लेकिन इस बार वे कोरोना वायरस के कारण फॉर्म नहीं भर सके।
डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि अब उन छात्रों को 10 दिनों के भीतर पुनर्मूल्यांकन के लिए फॉर्म भरने का मौका दिया गया है, जिनका उन्हें फायदा उठाना चाहिए। इसके लिए उन्हें एक फॉर्म भरना होगा।