असम: तेल के कुएं में लगी आग बुझाते वक्त लापता हुए 2 दमकलकर्मियों के शव बरामद

असम (Assam) के बागजान तिनसुकिया (Tinsukia) में तेल कुएं में 27 मई को विस्फोट हो गया था और पिछले 14 दिनों से गैस का रिसाव हो रहा था. मंगलवार को तेल के कुंए में आग लग गई.

तिनसुकिया. असम (Assam) के तिनसुकिया (Tinsukia) जिले में स्थि​त सरकारी गैस कंपनी ऑयल इंडिया (Oil India Fire Tragedy) के तेल के कुएं में लगी आग को बुझाने में लगे दमकल विभाग के दो कर्मचारी के शव कुएं के पास से बरामद किए गए हैं. बताया जाता है मंगलवार को तेल के कुंए में जब आग लगने की खबर आई थी उस वक्त आग पर काबू पाने के लिए दमकम की टीम को लगाया गया था. आग बुझाने के दौरान दो दमकलकर्मी कहीं लापता हो गए थे. आज सुबह दोनों कर्मचारियों के शव बरामद कर लिए गए हैं. बताया जाता है एनडीआरएफ की टीम को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है. इस आगजनी में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनको उपचार के लिए अस्प्ताल में भर्ती करा दिया गया है.

असम के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य के मुताबिक असम सरकार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन आग अब तेजी से गांवों की ओर बढ़ रही है. इस घटना में 2 दमकल विभाग के कर्मचारियों की मौत हो गई है जबकि 6 लोग घायल हो गए हैं. बताया जाता है कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस पूरे मामले की जानकारी गृह मंत्री अमित शाह को दी है. जानकारों का कहना है कि जिस तरह से ये आग लगी है उसे देखने से लगता है कि आग पर काबू पाने में एक महीने तक का समय लग सकता है.

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए मुंख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिस, अर्धसैनिक और NDRF की टीमें इलाके में स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हैं. मैंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर आग बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना की सहायता मांगी है. गैस रिसाव के समय से क्षेत्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) तैनात किया गया था और असम के शीर्ष अधिकारी भी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि विशेषज्ञों की एक टीम भी सोमवार को सिंगापुर से मौका-ए- वारदात पर पहुंच गई है और वे आज सुबह से ऑपरेशन में शामिल होकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.

27 मई को हुआ था विस्फोट

गुवाहाटी से लगभग 500 किलोमीटर दूर बागजान तिनसुकिया में तेल कुएं में 27 मई को विस्फोट हुआ था और पिछले 14 दिनों से गैस का रिसाव हो रहा था, जिससे इस क्षेत्र की आर्द्रभूमि और जैव विविधता को गंभीर नुकसान पहुंचा है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.