मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के सामने बच्ची ने तोड़ा दम,चमकी बुखार से 84 तो लू से 32 की मौत
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है.
मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है. इसी के साथ चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 84 हो गई है.
Bihar: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan & MoS Health Ashwini Choubey meet patients & their families at Sri Krishna Medical College&Hospital in Muzaffarpur. So far, 80 people have died due to Acute Encephalitis Syndrome (AES) in Muzaffarpur. pic.twitter.com/zQA1q3Pp6n
— ANI (@ANI) June 16, 2019
बच्ची की मां के मुताबिक बच्ची की मौत चमकी बुखार के कारण हुई है. वह 5 साल की थी. उसका नाम निशा है और वह राजेपुर की रहने वाली थी.
बता दें कि हालात का जायजा लेने के लिए डॉ हर्षवर्धन मुजफ्फरपुर में हैं. डॉ हर्षवर्धन के साथ स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी हैं. उन्होंने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की.
Suresh Sharma, Bihar Minister on death in Muzaffarpur due to Acute Encephalitis Syndrome (AES): Government has been working from the beginning. There is no lack of medicines. However, there are lack of beds and ICUs as compared to the emergency situation at present. pic.twitter.com/MRoUb8PC6K
— ANI (@ANI) June 16, 2019
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिवार को 4 लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है. इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्राशसन और डॉक्टरों को इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है.बता दें कि 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मरने वाले बच्चों की उम्र एक से सात साल के बीच ज्यादा है. डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी-दस्त, बेहोशी और शरीर के अंगों में रह-रहकर कंपन (चमकी) होना है.
इलाज में लापरवाही, डाक्टर ड्यूटी में नहीं तैनात
Father of a patient admitted at Sri Krishna Medical College & Hospital in Muzaffarpur: There are no arrangements here; doctors are not paying proper attention. Every hour, more children are dying. Since 12 midnight, there are no doctors, only few nurses are on duty. #Bihar pic.twitter.com/GDTXVITiMK
— ANI (@ANI) June 16, 2019
अब बिहार में लू का कहर: औरंगाबाद में 26 तो नवादा में 6 लोगों की मौत, कई जिलों के स्कूल बंद
बिहार के औरंगाबाद में शनिवार को चली लू का कहर देखने को मिला. लू लगने से 26 लोगों की मौत हो गई. औरंगाबाद जिला के सिविल सर्जन ने लू लगने से हुई 26 लोगों की मौत की पुष्टि की. वहीं नवादा में भी लू लगने 6 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है. भीषण गर्मी और लू को देखते हुए जमुई में कक्षा 5 तक के सभी स्कूल 23 जून तक बंद रखने का डीईओ ने निर्देश जारी किया है. डीईओ ने कहा कि कक्षा 6 से 10 तक चलने वाले स्कूल सुबह 6 से 10 बजे तक ही क्लास लगाएं.
Bihar: 12 people died due to heat stroke at Anugrah Narayan Magadh Medical College in Gaya. DM says "Out of the 12, 7 were from Gaya, 2 from Aurangabad, 1 from Chatra, 1 from Sheikhpura and 1 from Nawada. 25 patients are admitted here, efforts on to bring them back to normalcy." pic.twitter.com/S8FXO25yWR
— ANI (@ANI) June 15, 2019
औरंगबाद में लू लगने से 26 लोगों की मौत
सिविल सर्जन सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि मौत का यह सिलसिला दोपहर 2 बजे के बाद जो शुरू हुआ, वह अभी तक जारी है. ये सभी जिले के विभिन्न स्थानों से यहां इलाज़ कराने पहुंचे थे. तेज बुखार की शिकायत के बाद जब इनका इलाज़ जैसे ही शुरू किया गया, पता चला कि मौत होना जा रही है. उन्होंने बताया कि मरने वालों में 16 वैसे लोग हैं जो अस्पताल पहुंचते पहुंचते मर चुके थे.
नवादा में 6 लोगों की मौत
लू का कहर सिर्फ औरंगाबाद जिला में ही नहीं बल्कि नवादा में भी देखने को मिला. सम्पूर्ण नवादा जिला लू की चपेट में आ गया है. जिसके चलते जिले के सभी पीएचसी में लू लगने से बड़ी संख्या में लोग शनिवार को भर्ती हुए हैं. इनमें से दर्जनभर से ज्यादा को लोगों की मौत की सूचना है. हालांकि लू से मरने वाले लोगों में से आधिकारिक रूप से सिर्फ 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जबकि सदर अस्पताल में दो दर्जन से ज्यादा लोग अभी भी भर्ती हैं.
गर्मी से स्कूल बंद
शेखपुरा के डीएम ने बढ़ती गर्मी के कारण डीईओ को 26 जून तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है. वहीं भागलपुर में भीषण गर्मी को लेकर कक्षा आठ तक की कक्षाएं 19 जून तक स्थगित कर दी गईं हैं. डीएम प्रणव कुमार ने आदेश जारी करते हुए कहा कि कक्षा 9 और 10 की क्लास सुबह दस बजे तक चलाएं. इस आदेश का पालन सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को करना होगा.मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 48 घंटे तक भीषण गर्मी से राहत नहीं मिलेगी. मौसम विभाग के उपनिदेशक आनंद शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे बिहार में गर्म हवाएं चल रही हैं. जिसके चलते अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक रहने की संभावना है. फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं.