नहीं बाज आ रहा पाकिस्तान, एलओसी के पास फिर सक्रिय किए 20 आतंकी कैंप
एक अधिकारी के मुताबिक ऐसी खुफिया जानकारी है कि जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े शीर्ष आतंकवादियों ने हाल ही में एक बैठक की है. इस बैठक में सुरक्षा बलों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर हमले तेज करने का निर्णय लिया है.
नई दिल्ली: भारत की लगातार समझाइश और विश्व बिरादरी में हो रही लगातार किरकरी के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. जनकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सर्दियों से पहले आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए अपनी नापाक कोशिशें शुरू कर दीं हैं. पाकिस्तान ने एक बार फिर 20 आतंकी ट्रेनिंग कैंपों और 20 आतंकी अड्डों (लॉन्च पैड) को सक्रिय किया है. अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी. फरवरी में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादी हमले और उसके भारत की तरफ से हुए एक्शन के बाद ये कैंप बंद कर दिए गए थे. जानकारी के मुताबिक इन आतंकी कैंप में अभी करीब 50 आतंकी मौजूद हैं.
खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने बताया, ”जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तानी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमला करने की साजिश कर रही थीं. दूर-दराज के क्षेत्रों में भी हमले की साजिशें हो रही थीं. हालांकि जब आतंकवादी कोई बड़ा हमला करने में विफल रहे तो अब पाकिस्तानी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा आतंकवादी भेजने की ताक में है.”
अधिकारी ने बताया, ” हमारे पास खुफिया जानकारी है कि पाकिस्तान ने कम से कम 20 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर और 20 अड्डों को सक्रिय किया है. प्रत्येक में कम से कम 50 आतकंवादी हैं. ये सभी आतंकवादी नियंत्रण रेखा के जरिए मौका मिलते ही घुसपैठ करने की ताक में हैं.” सुरक्षा बल काफी सतर्क और मुस्तैद हैं लेकिन इसके बाद भी हाल के सप्ताह में कई आतंकवादी घुसपैठ करने में सफल रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस डायरेक्टर जनरल दिलबाग सिंह ने कहा, ”राज्य में 200 से 300 आतंकवादी सक्रिय हैं और पाकिस्तान ने सीमापार से गोलीबारी तेज की है. पाकिस्तान का मकसद सर्दियों से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों की घुसपैठ कराने का है.” सिंह ने रविवार को कहा था कि संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाएं बढ़ी हैं और यह कश्मीर और जम्मू दोनों क्षेत्रों में हो रहा है. सीज़ फायर उल्लघंन कनाचक, आर एस पुरा और हीरा नगर (इंटरनेशनल बॉर्डर से लगे हुए) और एलओसी पर पुंछ, राजौरी, उरी, नम्बला, करनाह और केरन में बढ़ी हैं.