370 हटने से हथियार के लिए तरसे आतंकी, सप्लाई नहीं कर पाने से नई साजिश में जुटा PAK
आतंकियों के हौसले पस्त हैं. नौबत यहां तक आ गई है कि आतंकियों के पास अब हथियार कम पड़ गए हैं. यही कारण है कि अब वे सुरक्षा बलों के हथियार छिनने की कोशिश कर रहे हैं.
- PAK हथियार भेजने के लिए अलग-अलग तरीकों की कोशिश कर रहा
- अधिकारी ने अफगान आतंकवादियों की घाटी में घुसपैठ की रिपोर्टों का खंडन किया
जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से आतंकियों के हौसले पस्त हैं. नौबत यहां तक आ गई है कि आतंकियों के पास अब हथियार कम पड़ गए हैं. यही कारण है कि अब वे सुरक्षा बलों के हथियार छिनने की कोशिश कर रहे हैं. इस बात की जानकारी उत्तरी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने शुक्रवार को दी.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हथियारों को भेजने के लिए अलग-अलग तरीकों की कोशिश कर रहा है. भद्रवाह में पत्रकारों से बात करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने अफगान आतंकवादियों की घाटी में घुसपैठ की रिपोर्टों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि सेना की जवाबी घुसपैठ ग्रिड बहुत मजबूत है और इस तरह के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए सतर्क है.
क्या फिर होगी सर्जिकल स्ट्राइक
उन्होंने कहा कि क्योंकि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास जवाबी घुसपैठ ग्रिड बहुत मजबूत है, इसलिए घुसपैठ देश की अन्य सीमाओं से हो रही है. अधिकारी ने कहा कि आतंकियों ने लखनपुर से जम्मू और कश्मीर में घुसने की कोशिश की. सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बोलते हुए सेना के कमांडर ने कहा कि वो भी एक विकल्प है.
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि किस विकल्प पर कब अमल करना है यह स्थिति और सेना के आश्चर्य करने के तरीके पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा कि सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि हमारी चेतावनी अभी भी जारी है. यदि कोई भी व्यक्ति, पाकिस्तानी सेना के समर्थन में नियंत्रण रेखा को पार करके इस तरफ घुसने की कोशिश करता है तो उसे जवाब दिया जाएगा. हमारी रणनीति इसके बारे में बहुत स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि जवानों और अधिकारियों को इस बारे में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं.