भारत के डर से पाकिस्तान ने पीओके में बंद किए आतंकी कैंप? सेना प्रमुख ने दिया जवाब-सख्ती जारी रहेगी
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में इस्लामाबाद के आतंकी कैंपों को बंद करने की खबरों पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि यह सत्यापित नहीं किया जा सकता है कि पाकिस्तान ने आतंकवादी शिविरों को बंद कर दिया है या नहीं। लेकिन हम अपनी सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखना जारी रखेंगे।
नई दिल्ली. पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पाकिस्तान सरकार ने आतंकी कैंपों को बंद कर दिया है। पाक में सोमवार को आईं मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि भारत के विरोध और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पिछले कुछ महीनों के भीतर पाकिस्तान ने अपनी धरती से आतंकी कैंपों को हटाने का काम किया। हालांकि, भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इन रिपोर्ट्स पर कहा कि हम सीमा पर सख्त निगरानी जारी रखेंगे। जनरल रावत ने कहा- इस बात को जांचने का कोई तरीका नहीं है कि आतंकी कैंप हटाए गए हैं या फिर नहीं। ऐसे में सीमा पर हम सख्त निगरानी जारी रखेंगे।
- बता दें कि पाकिस्तान के इस कदम को न सिर्फ भारत के डर से जोड़ा जा रहा है बल्कि कुछ ही दिनों बाद होने वाली पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएएफटी ) के बैठक से भी जोड़ा जा रहा है। अगले एक हफ्ते में एफएएफटी की बैठक होनी है, इससे पहले पाकिस्तान आतंकी संगठनों पर कार्रवाई का ढोंग कर रहा है। ये संगठन पहले ही पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल चुका है।
- जिन आतंकी कैंपों को बंद किए जाने की बात कही जा रही है, उनमें कोटली और निकियाल क्षेत्र में चलने वाले कैंप लश्कर-ए-तैयबा के थे, जो भारत के सुंदरबनी और राजौरी क्षेत्र के सामने हैं। वहीं बाघ और पाला क्षेत्र में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप थे तो वहीं कोटली में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का आतंकी कैंप था।
- इतना ही नहीं, इंटेलिजेंस रिपोर्ट की मानें तो मुजफ्फराबाद-मीरपुर के अड्डों को भी बंद कर दिया गया है। जो कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन द्वारा संचालित थे।
- आपको बता दें कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत की ओर से लगातार पाकिस्तान पर दबाव बनाया जा रहा था। ये सभी आतंकी अड्डे एलओसी के पास मौजूद थे। गौरतलब है कि भारतीय सेना की लगातार कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की हालत खस्ता थी, यही कारण था कि उनकी तरफ से पाकिस्तान ने भारतीय सेना से बॉर्डर पर फायरिंग रोकने की अपील की थी।
भारत ने कहा- पीओके में 11 आतंकी कैंप
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने पीओके में आतंकी कैंप होने के सबूत पेश किए। यह भी कहा कि इन कैंपों को पाकिस्तानी सेना मदद करती है। भारत ने बताया कि पीओके में 11 आतंकी कैंप हैं। मुजफ्फराबाद और कोटली में 5-5 और एक कैंप बरनाला में है।
पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोटली में लश्कर-ए-तैयबा द्वारा संचालित कुछ कैंप बंद कर दिए गए हैं। निकिआल में भी ठिकाने बंद किए गए। ये इलाके भारत के सुंदरबनी और राजौरी सेक्टर के सामने हैं। इसके अलावा बाग इलाके में जैश-ए-मोहम्मद और कोटली में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कैंपों को बंद किया गया है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, मुजफ्फराबाद और मीरपुर में भी कैंपों को बंद कर दिया गया।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पीओके से घुसपैठ नहीं हुई
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भी भारतीय सेनाओं ने एलओसी के पास स्थित आतंकी संगठनों पर दबाव बनाकर रखा गया है। एयर स्ट्राइक के बाद पीओके घुसपैठ की कोशिश नहीं हुई है। वहां स्थित आतंकी लॉन्च पैड का इस्तेमाल भी बंद कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों ने बताया कि पिछले दो महीने से आतंकी गतिविधियों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
पाकिस्तान द्विपक्षीय वार्ता की कोशिश कर रहा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इमरान भारत के साथ कश्मीर मुद्दे समेत सभी विवाद सुलझाने के लिए बातचीत करना चाहते हैं। इमरान कई बार भारत के साथ वार्ता का प्रस्ताव रख चुके हैं। लेकिन भारत अपने रुख पर कायम है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती।