बाजवा की गीदड़ भभकी के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने किया LoC का दौरा
रावलपिंडी स्थित सेना के मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में पाक सेनाध्यक्ष ने कहा कि कश्मीर हिंदुत्व मानने वालों के अत्याचार का विषय है. हम अंतिम दम तक लड़ेंगे.
नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और कई सैन्य अधिकारियों के साथ नियंत्रण रेखा (LoC) का दौरा किया. इमरान खान ने नियंत्रण रेखा के नजदीक पहुंचकर वहां के गांव के लोगों से बातचीत की. इमरान वहां कब गए और किस रास्ते से पहुंचे इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है. हालांकि, यह माना जा रहा है कि वो नियंत्रण रेखा पर स्थित चकोठी सीमा तक आए थे.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में आई तल्खी के बीच बयानबाजियों का दौर चल रहा है. पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके मंत्रियों की युद्ध की धमकियों के बीच अब सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी अब युद्ध का राग अलाप दिया है.
शुक्रवार को रावलपिंडी स्थित सेना के मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में पाक सेनाध्यक्ष ने कहा कि कश्मीर हिंदुत्व मानने वालों के अत्याचार का विषय है. हम अंतिम दम तक लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि युद्ध हो या आतंकवाद के खिलाफ अभियान, हमारे सैनिकों ने सन 1947 से ही मातृभूमि की रक्षा के लिए शहादत दी है.
पाक सेनाध्यक्ष जनरल बाजवा ने कहा कि हमारी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. हमने पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद से लड़ते हुए अपनी जो शहादत दी है, वह शेष दुनिया के लिए उदाहरण है. उन्होंने कहा कि हमने आज शांति का संदेश दिया है. हमारा त्याग असीमित है, यह पूरी दुनिया और क्षेत्र के लिए संदेश है.
‘पाक सेना में हौसला नहीं’
वहीं जनरल बाजवा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी के पास जवान हैं, उनके पास असलहा है, टैंक है, लेकिन हौसला नहीं है. उन्होंने सन 1971 के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि 71 की लड़ाई में 71 हजार पाक सैनिकों ने असलहे के साथ भारतीय सेना के सामने घुटने टेक दिए थे.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बाजवा खुद डरे हुए हैं और पाकिस्तानी सेना की हौंसला अफजाई करने के लिए ऐसा बयान दे रहे हैं. उन्होंने इमरान खान को पाकिस्तानी सेना की कठपुतली बताते हुए कहा कि आर्मी कहेगी तो इमरान खान बैठ जाएंगे और आर्मी कहेगी तो खड़े हो जाएंगे. हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान की आर्मी में भारत के खिलाफ कुछ भी सोचने की हिम्मत नहीं है.