आईएनएक्स मामला / चिदंबरम ने कहा- किसी अधिकारी ने कुछ गलत नहीं किया, मैं नहीं चाहता कोई गिरफ्तार हो
चिदंबरम पर वित्त मंत्री रहते रिश्वत लेकर आईएनएक्स को 305 करोड़ रु. लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से मंजूरी दिलाने का आरोप आईएनएक्स मामले में 5 सितंबर को विशेष अदालत ने चिदंबरम को 19 सितंबर तक के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया था
नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में बंद पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि किसी भी अधिकारी ने कुछ गलत नहीं किया है। वे नहीं चाहते हैं कि इस मामले में किसी ओर की गिरफ्तारी हो। चिदंबरम के ट्विटर अकाउंट से उनकी ओर से परिवार ने ट्वीट किया।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘लोगों ने मुझसे पूछा कि यदि इस मामले में उन दर्जनों अधिकारियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, जिन्होंने मामले को आगे बढ़ाया या सिफारिशें की, तो फिर आपको ही क्यों गिरफ्तार किया गया। आपको आखिरी हस्ताक्षर करने के लिए पकड़ा गया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘लोगों के सवाल का मेरे पास कोई जवाब नहीं है। किसी भी अधिकारी ने कुछ गलत नहीं किया। मैं नहीं चाहता कि मामले में कोई और भी गिरफ्तार हो।’’
I have requested my family to tweet on my behalf the following :-
People have asked me 'If the dozen officers who processed and recommended the case to you have not been arrested, why have you been arrested? Only because you have put the last signature?'
I have no answer.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) September 9, 2019
15 दिन सीबीआई हिरासत में भी रहे चिदंबरम
आरोप है कि चिदंबरम ने वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर आईएनएक्स को 2007 में 305 करोड़ रु. लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से मंजूरी दिलाई थी। इस मामले में 5 सितंबर को विशेष अदालत ने चिदंबरम को 19 सितंबर तक के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया था। इससे पहले वे करीब 15 दिन सीबीआई हिरासत में भी रहे थे।
इसी सेल में रहे थे चिदंबरम के पुत्र कार्ति
आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम भी आरोपी हैं। यह संयोग है कि जिस सेल में फिलहाल चिदंबरम को रखा गया है, उसी में उनके बेटे कार्ति को भी पिछले साल 12 दिनों तक रखा गया था। वह भी इसी मामले में गिरफ्तार होकर तिहाड़ जेल की इसी सेल में पहुंचे थे।
सीबीआई ने 2017 और ईडी ने 2018 में केस दर्ज किया
शिकायत के मुताबिक, चिदंबरम ने रिश्वत लेकर जिन कंपनियों को फायदा जिलाया था, उन्हें चिदंबरम के सांसद बेटे कार्ति चलाते हैं। सीबीआई ने 15 मई 2017 को केस दर्ज किया था। 2018 में ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। एयरसेल-मैक्सिस डील में भी चिदंबरम आरोपी हैं। इसमें सीबीआई ने 2017 में एफआईआर दर्ज की थी।