बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप: पीवी सिंधु ने जीता ऐतिहासिक गोल्ड मेडल
ओलंपिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने शनिवार को स्विट्जरलैंड में बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में नोजोमी ओकुहारा को मात देकर इतिहास रच दिया है.
स्विट्जरलैंड. ओलंपिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने शनिवार को स्विट्जरलैंड में बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में नोजोमी ओकुहारा को मात देकर इतिहास रच दिया है.
बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2019 के फाइनल में सिंधु ने जीत दर्ज करते हुए गोल्ड मेडल जीता है. बता दें किस इससे पहले बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत के लिए महिला और पुरुष वर्गों में से अब तक किसी ने गोल्ड मेडल नहीं जीता है.
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने लगातार तीसरी बार वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप ( BWF World Championships 2019) के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया है और उनकी नजर बासेल में एक बार फिर गोल्ड मेडल पर हैं. सेमीफाइनल मुकाबले में चीन की चेन यू फेई (Chen yu Fei) को एकतरफा मुकाबले में हराकर जैसे ही सिंधु ने खिताबी मुकाबले में कदम रखा, ज्यादातर प्रशंसकों को 2017 का खिताबी मुकाबला याद आ गया, जहां सिंधु ने टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे लंबा महिला सिंगल्स का फाइनल खेला था.
सिंधु को 110 मिनट तक चले मैराथन मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा (Nozomi Okuhara) से हार का सामना करना पड़ा था. अब एक बार फिर दोनों दिग्गज उसी स्टेज पर एक दूसरे का आमना-सामना करने को तैयार हैं. 2017 में दोनों के बीच 73 शॉट्स की रैली खेली गई थी.
इसके एक साल बाद फाइनल में कैरोलिना मारिन ने उन्हें मात दी थी. वर्ल्ड चैंपियनशिप में पांच मेडल के साथ महिला सिंगल की संयुक्त सबसे सफल खिलाड़ी पीवी सिंधु ने पहली बार इस टूर्नामेंट के अंतिम चार में 2013 में प्रवेश किया था.
दो साल पहले की गलतियों को सुधारने का मौका
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी 2017 में पहली बार फाइनल में पहुंची थी, जहां भले ही वह गोल्ड मेडल मुकाबला हार गई, लेकिन उन्होंने ऐतिहासिक मुकाबला खेलकर दुनिया को भारत का दम दिखा दिया.
पीवी सिंधु के पास रविवार को एक बार फिर मौका है कि वह अपने मेडल के रंग को बदल सके. उनके सामने 2017 में हुई चूक को यहां सुधारने का मौका होगा, जब दो साल बाद नोजोमी ओकुहारा उनके सामने खिताब के लिए उतरेंगी. पिछली बार जब फाइनल में ओकुहारा और सिंधु आमने सामने हुई थी तो जापानी खिलाड़ी ने 21-19, 20-22, 22-20 से जीत दर्ज की थी.
हालांकि 2016 में रियो ओलिंपिक में दूसरे पायदान पर रहने से लेकर अभी तक सिंधु ने वर्ल्ड लेवल पर, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता और इस बार उनके पास इसे बदलने का मौका है. 2018 में सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स जीता था.