ट्रंप से मुलाकात के बाद बांग्लादेश में इस हिंदू महिला पर चलेगा राजद्रोह का केस, जानिए क्या है वजह
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद की संगठन मंत्री प्रिया साहा ने अमेरिका सरकार की धार्मिक स्वतंत्रता की नीति के तहत आयोजित कार्यक्रम में ट्रंप से मुलाकात की थी। वहां उन्होंने कहा, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक आबादी का शोषण और उत्पीड़न हो रहा है।
ढाका, प्रेट्र। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समक्ष बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा बयां करने वाली हिंदू महिला पर अब उसका देश राजद्रोह का मुकदमा चलाने की तैयारी में है। बांग्लादेशी महिला प्रिया साहा ने बुधवार को वाशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात की थी। महिला की बोली बातों का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बांग्लादेश सरकार के मंत्री का बयान आया है।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद की संगठन मंत्री प्रिया साहा ने अमेरिका सरकार की धार्मिक स्वतंत्रता की नीति के तहत आयोजित कार्यक्रम में ट्रंप से मुलाकात की थी। वहां उन्होंने कहा, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक आबादी का शोषण और उत्पीड़न हो रहा है।
महिला ने खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताते हुए कहा कि उनके देश में अल्पसंख्यक वर्ग के 3.7 करोड़ लोग गायब किए जा चुके हैं। इन्हें अवैध ढंग से जेल में बंद रखने या उनकी हत्या किए जाने का शक है।
प्रिया साहा के बयान पर प्रतिक्रिया में बांग्लादेश के सड़क परिवहन मंत्री ओबैदुल कादर ने कहा, महिला ने झूठा, खास मकसद से और कपटपूर्ण बयान दिया है। इससे देश की छवि खराब हुई है। इसलिए उस पर राजद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा। कानून के तहत उसके खिलाफ जो कुछ हो सकेगा, वह सब किया जाएगा। कादर सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के महासचिव भी हैं।
उन्होंने कहा, बांग्लादेश का कोई भी राष्ट्रभक्त हिंदू, बौद्ध या ईसाई नागरिक प्रिया साहा के बयान को सही नहीं बता सकता है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भी साहा के बयान को सफेद झूठ कहा है। साहा उन पांच बांग्लादेशी नागरिकों और दो रोहिंग्या शरणार्थियों के दल का हिस्सा हैं जिन्हें ट्रंप से मिलने के लिए व्हाइट हाउस भेजा गया था। उन्होंने अमेरिका में मंत्री स्तर की एक बैठक में भी हिस्सा लिया, जिसे अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने आयोजित किया था।