सीरम के प्लांट में बड़ा हादसा:सीरम की इमारत में 4 घंटे बाद दोबारा आग लगी, आज यहीं मिले थे 5 मजदूरों के जले हुए शव
SII के CEO अदार पूनावाला ने सोशल मीडिया पर कहा, 'आग से कुछ फ्लोर पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं, लेकिन शुक्र है कि किसी की जान नहीं गई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ।'
पुणे. पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के मंजरी प्लांट में शाम करीब सवा सात बजे दोबारा आग लग गई है। आग अब इमारत के दूसरे हिस्से में लगी है। इसी इमारत में गुरुवार दोपहर 3 बजे भी आग लगी थी। आग बुझाने के बाद जब सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो 5 लोगों की लाश जली हुई हालत में मिली थी। ये सभी ठेका मजदूर थे और बिजली का काम करने आए थे। 6 लोगों को बचाया भी गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कल सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा करेंगे।
मृतकों में राम शंकर, बिपिन सरोज (दोनों उत्तर प्रदेश), सुशील पांडेय (बिहार), महेंद्र इंगले और प्रतीक पश्ते (दोनों पुणे) शामिल हैं। पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने भास्कर को बताया कि ये लाशें इमारत की ऊपरी मंजिल पर मिली हैं। उन्होंने कहा कि आग लगने की वजह अभी साफ नहीं है। जिस इमारत में आग लगी, वहां वेल्डिंग का काम चल रहा था और हादसे की वजह यह भी हो सकती है।
कोवीशील्ड का प्रोडक्शन पूरी तरह सेफ- पूनावाला
पहले SII के CEO अदार पूनावाला ने सोशल मीडिया पर कहा था कि आग से किसी की मौत नहीं हुई है। बाद में मौतों की सूचना मिलने पर उन्होंने गहरा दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोगों की जान इस हादसे में गई है। इसका हमें गहरा दुख है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार और लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोवीशील्ड के प्रोडक्शन को इस हादसे से कोई नुकसान नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हमने कई प्रोडक्शन बिल्डिंग तैयार कर रखी हैं।
#WATCH पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की एक निर्माणाधीन इमारत में आग लग गई। फायर टेंडर आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश कर रहे हैं। pic.twitter.com/ODH7cOPJni
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 21, 2021
फिलहाल आग से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मौके पर दमकल की 10 गाड़ियां मौजूद हैं। बिल्डिंग से चार कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला गया है। जिस इमारत में आग लगी, वहां काम चल रहा था। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट हो सकती है।
SII के CEO अदार पूनावाला ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘आग से कुछ फ्लोर पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं, लेकिन शुक्र है कि किसी की जान नहीं गई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ।’
I would like to reassure all governments & the public that there would be no loss of #COVISHIELD production due to multiple production buildings that I had kept in reserve to deal with such contingencies at @SerumInstIndia. Thank you very much @PuneCityPolice & Fire Department
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 21, 2021
कोवीशील्ड वैक्सीन पर आग का असर नहीं
SII के पुणे प्लांट में ही कोरोना से बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड वैक्सीन बनाई जाती है। हालांकि, आग से कोवीशील्ड वैक्सीन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। कोवीशील्ड को कैम्पस के अलग हिस्से में बनाया और स्टोर किया जाता है। हाल ही में यहां से वैक्सीन की खेप देशभर में पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ है।
क्यों खास है सीरम इंस्टीट्यूट?
यह वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। अब तक यह अलग-अलग वैक्सीन के 1.5 अरब डोज बेच चुकी है। यह एक तरह का रिकॉर्ड भी है। एक आंकड़े के मुताबिक, दुनिया के 60% बच्चों को सीरम की एक वैक्सीन जरूर लगी है।
#UPDATE: जिस जगह आग लगी है, वह सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे में एक निर्माणाधीन इमारत है। वैक्सीन और वैक्सीन निर्माण संयंत्र सुरक्षित हैं। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। https://t.co/QgytdndArJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 21, 2021
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) से मान्यता प्राप्त सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन 170 देशों में सप्लाई होती हैं। यह कंपनी पोलियो वैक्सीन के साथ-साथ डिप्थीरिया, टिटनस, पर्ट्युसिस, HIV, BCG, आर-हैपेटाइटिस बी, खसरा, मम्प्स और रूबेला के टीके भी बनाती है।
कोवीशील्ड वैक्सीन पर आग का असर नहीं
SII के पुणे प्लांट में ही कोरोना से बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड वैक्सीन बनाई जाती है। हालांकि, आग से कोवीशील्ड वैक्सीन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया कि SII के मंजरी प्लांट में आग लगी। वहां फिलहाल प्रोडक्शन नहीं हो रहा था, लेकिन इसके लिए पूरी तैयारियां थीं। वैक्सीन प्लांट और स्टोरेज पूरी तरह सुरक्षित है। कोवीशील्ड को कैम्पस के अलग हिस्से में बनाया और स्टोर किया जाता है। हाल ही में यहां से वैक्सीन की खेप देशभर में पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ है।