नीतीश कुमार आज करेंगे बिहार कैबिनेट का विस्तार, ये नए चेहरे हो सकते हैं शामिल

लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार सरकार के मंत्री लल्लन सिंह और दिनेश यादव के सांसद बन जाने की वजह से दो मंत्रियों का पद खाली हो गया है. इस विस्तार से नीतीश कुमार बिहार का जातीय समीकरण भी साधने की कोशिश में हैं.

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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2 जून को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. सूत्रों के मुताबिक नीतीश के मंत्रिमंडल में श्याम रजक, नरेंद्र नारायण यादव, नीरज कुमार, संजय झा, रंजू गीता, अशोक चौधरी शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा कुछ और नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं. इन नए विधायकों को राज्यपाल लालजी टंडन रविवार को सुबह 11.30 बजे पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.

राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की जानकारी दी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की जानकारी दी. नीतीश के कैबिनेट में अभी 11 मंत्रियों के पद खाली हैं. गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं जिसमें से मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं, जिसमें से अभी 25 मंत्री ही हैं, जबकि अन्य 11 को मंत्री बनाया जाना है।

मंत्री लल्लन सिंह और दिनेश यादव के सांसद बन जाने की वजह से दो मंत्रियों का पद खाली

लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार सरकार के मंत्री लल्लन सिंह और दिनेश यादव के सांसद बन जाने की वजह से दो मंत्रियों का पद खाली हो गया है. इस विस्तार से नीतीश कुमार बिहार का जातीय समीकरण भी साधने की कोशिश में हैं. नीरज कुमार भूमिहार जाति से हैं. रंजू गीता को महिला कोटे से मंत्री बनाया जा सकता है. वह यादव समुदाय से आती हैं. वहीं, अशोक चौधरी और ललन पासवान दलित और अतिपिछड़ा समाज से आते हैं. अशोक चौधरी कांग्रेस से जेडीयू में शामिल हुए हैं. जबकि ललन पासवान आरएलएसपी से जेडीयू में आए हैं।

बता दें कि नीतीश कुमार ने अनुपात के हिसाब से मंत्रिमंडल में भागीदारी नहीं मिलने से मोदी सरकार के कैबिनेट में शामिल होने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. मीडिया द्वारा पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा था कि सांकेतिक प्रतिनिधित्व ठीक नहीं है. नीतीश ने कहा कि अमित शाह के बुलाने पर वह उनसे मिलने दिल्ली गए थे. नीतीश ने कहा कि उन्हें अमित शाह ने कहा था कि हम एनडीए के घटक दलों को एक-एक मंत्री पद दे रहे हैं. इस पर नीतीश ने कहा कि कैबिनेट में सांकेतिक प्रतिनिधित्व की जरूरत नहीं है.  हालांकि, गठबंधन में होने के नाते जदयू, भाजपा के साथ है.

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