WHO चीफ बोले- कोरोना वायरस की तेजी से बढ़ रही रफ्तार, फुटबॉल की इस टेक्निक से रोक सकते हैं प्रसार

WHO चीफ टेड्रॉस गेब्रयासस ( Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि हम सिर्फ डिफेंड करके कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ यह जंग नहीं जीत सकते. हमें अटैक भी करना होगा.

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जेनेवा.विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को आगाह किया कि कोविड-19 महामारी स्पष्ट तौर पर ‘तेज गति से फैल रही है’. हालांकि, संगठन ने कहा कि प्रकोप के ‘इस रुख को बदलना ‘ संभव है. संगठन के प्रमुख टेड्रॉस गेब्रयासस ( Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने पत्रकारों से कहा, ‘ महामारी तेज हो रही है.’ उन्होंने कहा, ‘पहले मामले से 100,000 मामले तक पहुंचने में 11 दिन लगे, दूसरे 100,000 मामले पहुंचने में भी 11 दिन लगे और तीसरे 100,000 मामले सिर्फ चार दिनों में सामने आए. हालांकि उन्होंने ये भी कहा, ‘हम असहाय नहीं हैं. हम इस महामारी पर जीत हासिल कर सकते हैं.’

टेड्रोस ने कहा, ‘हम असहाय नहीं हैं. हम इस महामारी के लक्षण को बदल सकते हैं.’ एक मिश्रित दृष्टिकोण का आह्वान करते हुए टेड्रोस ने कोरोना के खिलाफ कार्रवाई को फुटबॉल मैच से जोड़ा. फीफा और (डब्ल्यूएचओ) ने विश्व-प्रसिद्ध फुटबालरों के नेतृत्व में कोरोना वायरस के खिलाफ एक नया जागरूकता अभियान शुरू किया है. इस अभियान के जरिए दुनिया भर के लोगों से बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए पांच प्रमुख चरणों का पालन करने का आह्वान किया गया है.

अगर अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो घर में रहें
इस अभियान का नाम ‘पास द मैसेज टू किक आउट कोरोना वायरस (कोरोना वायरस को हराने के लिए संदेश फैलाये) है, जिसमें डब्ल्यूएचओ के मार्गदर्शन में लोगों को लोगों के स्वास्थ्य के लिए पांच प्रमुख चरणों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसमें हाथ धोना, खांसने से जुड़ा शिष्टाचार, चेहरे को छूने से बचना, शारीरिक दूरी और अगर अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो घर में रहना शामिल है.

इस वीडियो अभियान को 13 भाषाओं में तैयार किया गया है, जिसमें 28 खिलाड़ियों में पूर्व भारतीय कप्तान छेत्री, अर्जेंटीना के सुपरस्टार लियोनेल मेसी के अलावा फिलिप लाहम, इकर कैसिलास और कार्ल्स पुयोल जैसे विश्व कप विजेता खिलाड़ी शामिल हैं.

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टी.ए. घेब्रेसस ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में डब्ल्यूएचओ मुख्यालय से अभियान की शुरुआत में कहा, ‘फीफा और उसके अध्यक्ष जियान्नी इन्फेंटिनो शुरू से ही इस महामारी के खिलाफ संदेश देने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं.’

इन्फेंटिनो ने कहा, ‘हमें कोरोनो वायरस का मुकाबला करने के लिए टीम वर्क की आवश्यकता है. फीफा ने डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर यह काम किया है क्योंकि स्वास्थ्य पहले आता है. मैं दुनिया भर के फुटबाल समुदाय का आह्वान करता हूं कि इस अभियान को आगे बढ़ाने और संदेश को प्रसारित करने में हमारा साथ दें.’ इस दौरान WHO चीफ ने कहा कि ‘फुटबॉल मैच को सिर्फ डिफेंड कर के नहीं जीता जा सकता है बल्कि अटैक भी करना होगा.’

टेड्रोस ने कहा, ‘लोगों को घर पर रहने और अन्य शारीरिक दूरी बनाये रखनी होगी यह वायरस के प्रसार को धीमा करने और समय हासिल करने का महत्वपूर्ण तरीका है, लेकिन वे रक्षात्मक उपाय हैं जो हमें जीतने में मदद नहीं करेंगे.’ उन्होंने कहा ‘जीतने के लिए, हमें आक्रामक और लक रणनीति के साथ वायरस पर हमला करने की आवश्यकता है. हर संदिग्ध मामले का परीक्षण, अलग-थलग करना और हर पुष्ट मामले की देखभाल करना और हर करीबी संपर्क का पता लगाना और आइसोलेट करना हमारी प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए.’

कई देश अधिक आक्रामक उपाय करने के लिए संघर्ष कर रहे
इस दौरान डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने स्वीकार किया कि संसाधनों की कमी और परीक्षणों तक पहुंच के कारण कई देश अधिक आक्रामक उपाय करने के लिए संघर्ष कर रहे है. टेड्रोस ने COVID -19 के उपचार के लिए एक वैक्सीन और दवाओं को खोजने के लिए अनुसंधान और विकास में लगाए जा रहे उर्जा की प्रशंसा की.

हालांकि उन्होंने कहा कि ‘वर्तमान में कोई इलाज नहीं है जो Covid​-19 के खिलाफ प्रभावी साबित हुआ है. उन्होंने उन दवाओं के इस्तेमाल से चेताया जो बीमारी के खिलाफ काम नहीं कर रहीं. उन्होंने कहा कि ‘बिना सही साक्ष्य के बिना परीक्षण वाली दवाओं का इस्तेमाल करने से झूठी उम्मीदें जग सकती हैं और यह लाभ के बजाए ज्यादा नुकसान कर सकती हैं और आवश्यक दवाओं की कमी हो सकती है जिनकी जरूरत अन्य बीमारियों के उपचार में होती हैं.’ अन्य बातों के अलावा, देश नए कोरोनोवायरस के खिलाफ उपचार के रूप में एंटीमाइरियल दवाओं का उपयोग कर रहे हैं.

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