आखिरकार यूक्रेन में अबतक क्यों जीत नहीं पाया रूस, 5-प्वाइंट में समझें कारण

5-Points Analysis Russia-Ukraine War : यूक्रेन पर हमले के वक्त रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में वे नव-नाजीवादी शासन से वहां की जनता को मुक्त कराना चाहते हैं. लेकिन इस वक्त वे यह भूल गए कि यूक्रेन के मौजूदा राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Ukraine President Volodymyr Zelensky) खुद एक यहूदी हैं.

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मॉस्को. पूरा 1 महीना हो गया. रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia-Ukraine War) अब भी जारी है. दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में शुमार रूस की सेना (Russian Army) पड़ोस के एक छोटे देश यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमला करने के बावजूद अब तक अधिकार नहीं कर सकी है. जबकि रूस के सैन्य रणनीतिकारों ने अधिकतम 1 हफ्ते में यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव (Kyiv) पर कब्जा करने की रणनीति बनाई थी, ऐसा कहा जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर वह कौन से कारण हैं, जिन्होंने इतने लंबे समय से रूस को रोका हुआ है? यहां 5-प्वाइंट (5-Points Analysis) में उन कारणों को समझने की कोशिश करते हैं.

प्रतिरोध और परिस्थिति का सही अंदाजा लगाने में चूक, तैयारी में कमी 

रूस ने यूक्रेन पर हमले (Russia Attack on Ukraine) से पहले सीमा पर लंबे समय तक करीब 1.5 लाख सैनिकों की फौज को तैनात कर के रखा. इससे लगा कि रूस ने यूक्रेन पर हमले के लिए बड़ी तैयार की है. लेकिन जब हमला हुआ तो पता चला कि रूस की सेनाएं (Russian Army) यूक्रेन के सैन्य ठिकानों के बजाय आम रिहायशी इलाकों में हमले कर रहे हैं. उनके सैन्य वाहन यूक्रेन की बर्फबारी के बीच कई जगहों पर बार-बार फंसते नजर आए. इतना ही नहीं, जवाबी हमले में यूक्रेन ने रूस (Russia) के तमाम सैनिकों को हताहत किया. उन्हें गिरफ्तार किया. इससे स्पष्ट हो गया कि रूस ने यूक्रेन (Ukraine) के प्रतिरोध और परिस्थितियों का सही अंदाज नहीं लगाया था. रूसी सेना की तैयारी लंबे युद्ध की नहीं थी.

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