कोरोना: अमेरिका के लिए फिर बुरा दिन, लगातार दूसरे दिन 2400 से ज्यादा मौतें

अमेरिका (USA) में लगातार दूसरे दिन मौतों का रिकॉर्ड बना और बुधवार को भी 2482 लोगों ने संक्रमण (Coronavirus) की वजह से अपनी जान गंवा दी. अमेरिका में कोरोना के कुल केस अब बढ़कर 6,44,089 हो गए हैं जबकि इससे 28,529 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

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वाशिंगटन. अमेरिका (USA) के लिए बुधवार का दिन एक बार फिर काफी बुरा साबित हुआ है. अमेरिका  (America) में बीते तीन दिनों से कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के नए मामलों में कमी देखी जा रही थी, लेकिन बीते 24 घंटे में यहां संक्रमण के 30,206 नए केस सामने आए हैं. अमेरिका में लगातार दूसरे दिन मौतों का रिकॉर्ड बना और बुधवार को भी 2482 लोगों ने संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवा दी. अमेरिका में कोरोना के कुल केस अब बढ़कर 6,44,089 हो गए हैं, जबकि इससे 28,529 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. न्यूयॉर्क (New York) इसवायरस (COVID-19) से सबसे बुरी तरह प्रभावित है और अकेले यहां 10,000 से ज्यादा मौतें दर्ज की जा सकती हैं.

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, अमेरिका में मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है इसका ये मतलब नहीं निकला जाना चाहिए कि सोशल डिस्टेंसिंग का फ़ॉर्मूला काम नहीं कर रहा है. इसी की वजह से न्यूयॉर्क में स्थिति थोड़ी संभली है और पहले के मुकाबले कम मरीजों को वेंटीलेटर की ज़रुरत पड़ रही है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिका में मौतों की औसत संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. बीते हफ्ते के रविवार और सोमवार को ये 1500 के आस-पास थीं, और इस हफ्ते की शुरुआत में ये तीन दिन 2000 के आस-पास रहीं. अब ये दो दिन से लगातार 2500 के आस-पास बनी हुईं हैं.

न्यूयार्क को 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ
न्यूयार्क के मेयर बिल डे ब्लासियो ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से इस शहर को अब तक पांच अरब डॉलर से 10 अरब डॉलर के बीच नुकसान उठाना पड़ा है. न्यूयार्क प्रांत अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी का मुख्य केंद्र है और यहां संक्रमण के करीब 2,00,000 लाख मामले सामने आ चुके हैं. न्यूयार्क शहर में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 10,000 के आंकड़े को पार कर गई है. इनमें 3,700 ऐसे लोग शामिल हैं जिनकी जांच रिपोर्ट कभी पॉजिटिव नहीं आई थी. मेयर ने कहा, ‘हमारा राजस्व चला गया, हमारा कर आधार तबाह हो गया, हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई. हमने पांच अरब डॉलर से लेकर 10 अरब डॉलर धन गंवा दिया, जिसका इस्तेमाल अमेरिका के सबसे बड़े शहर में बुनियादी सेवाएं देने में किया जा सकता था.’

जी-7 नेता आज कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा करेंगे
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जी-7 के नेता गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना वायरस महामारी को लेकर अंतरराष्ट्रीय समन्वय पर चर्चा करेंगे. ट्रंप के आमंत्रण पर यह बैठक पिछले महीने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुए अन्य शिखर सम्मेलन के बाद हो रही है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जुड डीरे ने कहा कि ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के प्रयासों में समन्वय पर चर्चा करने के लिए गुरुवार सुबह बैठक आयोजित की है. समूह-7 (जी-7) में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, और जापान शामिल हैं. अमेरिका के पास इस साल की समूह की अध्यक्षता है.

चीन पर लगातार हमलावर है अमेरिका
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दुष्परिणाम भुगतने की धमकी के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने को लेकर चीन से सवालों के जवाब और पारदर्शिता की मांग करते हुए कहा है कि चीन ने अमेरिकियों को तब पहुंच प्रदान नहीं की जब शुरुआत में इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. पोम्पिओ ने कोरोना वायरस को एक वैश्विक महामारी घोषित करने में बहुत लंबा समय लेने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की भी आलोचना की।

विदेश मंत्री ने फॉक्स न्यूज से मंगलवार को कहा, ‘चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अमेरिकियों को तब पहुंच प्रदान नहीं की जब हमें शुरूआत में इसकी बहुत आवश्यकता थी. राष्ट्रपति ने उस बारे में आज बात की और तब हमें पता चला कि उनके पास यह प्रयोगशाला है. हम जानते हैं कि वायरस की उत्पत्ति खुद से वुहान में ही हुई थी. इसलिए ये सभी चीजें एक साथ आईं.’ उन्होंने चीन के वुहान शहर में गुप्त अनुसंधान के लिए एक प्रयोगशाला का स्पष्ट रूप से जिक्र किया. एक प्रमुख अमेरिकी दैनिक की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग कोरोना वायरस पर उसके ‘जोखिमपूर्ण अध्ययन’ को लेकर लंबे समय से चिंतित है. उन्होंने कहा कि अभी भी बहुत कुछ ऐसा है जो अमेरिका नहीं जानता है.

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