चीन के नए आंकड़ों में मृतकों की संख्या बढ़ी, WHO ने कहा- हर देश को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा
चीन ने वुहान शहर में कोरोना वायरस में से मरने वालों की संख्या में अचानक 50 फीसदी तक बढोत्तरी हो गई है. इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि चीन ने पहले दिए गए आंकड़ों में सुधार किया है और अब जो नए आंकड़े आए हैं.
नई दिल्ली: चीन ने वुहान शहर में कोरोना वायरस में से मरने वालों की संख्या में अचानक 50 फीसदी तक बढोत्तरी हो गई है. इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि चीन ने पहले दिए गए आंकड़ों में सुधार किया है और अब जो नए आंकड़े आए हैं उसके मुताबिक मरने वालों की संख्या पहले बताए गए आंकड़ों से 50 फीसदी ज्यादा हैं. इसके बाद पूरी दुनिया एक बार फिर चीन को शक की निगाह से देखने लगी है कि कहीं वो वास्तविक स्थिति बाकी दुनिया से छिपा तो नहीं रहा है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने कहा है कि चीन जैसे हालात का सामना पूरी दुनिया को भी करना पड़ेगा. डब्लूएचओ का कहना है कि वुहान में दिसंबर के महीने में पहला मामला सामने आने के बाद इस बीमारी ने भयावह रूप ले लिया था पूरा शहर इसकी चपेट में था. वहां के अधिकारियों की कोशिश थी कि हर मौत का आंकड़ा और बीमार होने वाले की संख्या उनके रजिस्टर में दर्ज हो.
लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि शुरू में बीमारी फैलने की बात पर पर्दा डालने की पूरी कोशिश की गई. उन डॉक्टरों को भी सजा दी गई जो इस खतरे से आगाह कर रहे थे. इसके साथ ही जब यह बीमारी अपने चरम पर थी तो चीन की सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर भी सवाल उठ रहे थे क्योंकि वह बार-बार अपने आंकड़ों को इकट्ठा करने की प्रक्रिया में बदलाव कर रही थी.
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि जब बीमारी फैलती है तो उस दौरान आंकड़ों को इकट्ठा करना अपने आप में एक चुनौती होती है क्योंकि सभी केसों को पहचान करना भी मुश्किल होता है. WHO में कोरोना मामलों के देखरेख के लिए बनी विंग की अध्यक्ष मैरिया वैन ने कहा कि वह मानती हैं कि बहुत से देशों को भी चीन की तरह अपने रिकॉर्डों में बदलाव करना पड़ेगा. क्या उन्होंने सभी केसों की पहचान कर ली होगी?
आपको बता दें कि नए आंकड़ों के मुताबिक वुहान में मृतकों की संख्या में 1,290 का इजाफा हुआ है और अब कुल मृतक 3,869 हो गए हैं. जबकि कुल केसों में 325 का इजाफा हुआ और कुल मामलों की संख्या 50,333 हो गई है. मारिया वैन का कहना है कि संक्रमण जब चरम पर था तब वुहान का स्वास्थ्य विभाग बुरी तरह से फंसा हुआ था. कुछ मरीजों की घर में ही मौत हो गई और उस समय सारा ध्यान मरीजों के इलाज में था इसलिए कागजी काम उस समय नहीं हो पाए. वहीं WHO के इमरजेंसी डायरेक्टर ने माइकल रेयान ने भी कहा कि सभी देशों को इसका सामना करना पड़ेगा.