नई दिल्ली। घर खरीदने वालों को लोन देने के लिए बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के बीच होड़ लगी है। हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), HDFC, कोटक महिंद्रा और ICICI बैंक ने होम लोन की ब्याज दरें बहुत कम कर दी हैं। अन्य बैंक भी लगातार होम लोन की दरें कम कर रहे हैं, जिससे होम लोन की ब्याज दरें पिछले 15 सालों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं।
कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने होम लोन की दरों को घटाकर 6.65% कर दिया है, जो कि सबसे कम है। बैंक ने कहा है कि यह दर सैलरी पाने वालों और फ्रीलांस काम करने वाले दोनों ही तरह के लोन लेने वालों को फायदा पहुंचाएगी।
होम लोन के लिए आकर्षित करने के लिए SBI दे रहा है भारी छूट
SBI ने भी होम लोन पर न्यूनतम ब्याज दर को 6.70% (यह ऑफर 31 मार्च, 2021 तक ही है) कर दिया है। जिसके बाद HDFC और ICICI बैंक ने भी ने भी होम लोन की ब्याज दरें घटा दीं हैं। इससे होम लोन की ब्याज दरें रिकॉर्ड स्तर पर कम हो गई हैं।
स्टेट बैंक तो लोन प्रोसेसिंग फीस पर भी 100% की छूट दे रहा है। हालांकि लोन की ब्याज दर अब भी लोन की रकम और लोन लेने वाले के CIBIL स्कोर पर ही निर्भर रहेगी। स्टेट बैंक की ओर से एक और छूट यह है कि अगर कोई SBI की YONO ऐप के जरिए होम लोन के लिए अप्लाई करता है तो उसे 0.05% की अतिरिक्त छूट मिलेगी। साथ ही अगर लोन कोई महिला लेना चाहती है तो उसे 0.05% की और छूट मिलेगी।
ब्याज दर गिरने, रियल स्टेट के फिर गति पकड़ने से होम लोन में बढ़ोतरी तय
RBI के मुताबिक मार्च 2020 में कोरोना आने से होम लोन लेने वाले कम हुए। 2020-21 में महामारी के चलते यह क्रम जारी रहा। जनवरी 2020 में होम लोन लेने वालों की संख्या 17.5% की दर से बढ़ रही थी। यह संख्या जनवरी 2021 में गिरकर 7.7% रह गई है। ऐसे में बैंकों ने होम लोन को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने का फैसला लिया और होम लोन की ब्याज दरों को कम किया।
बैंकों के लिए होम लोन देना सुरक्षित होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें डिफॉल्ट का खतरा बहुत कम होता है। सिर्फ SBI का उदाहरण लें तो होम लोन के मामले में इसका औसत NPA 0.67% है। जबकि बड़े कॉर्पोरेट अभी महामारी के चलते परेशानियों से घिरे हैं, इस वजह से बैंक फिलहाल उन्हें लोन देने से कतरा रहे हैं।
यही वजह है कि पहले बड़ी कंपनियों को लोन देने पर फोकस करने वाले SBI जैसे सरकारी बैंक अब होम लोन लेने वाले ग्राहकों पर फोकस कर रहे हैं। बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की ओर से कम की जा रही होम लोन की ब्याज दरें और फिर से गति पकड़ता रियल स्टेट होम लोन लेने के लिए लोगों को आकर्षित भी कर रहा है।
लोन लेने का सही समय, तेजी से बढ़ रही होम लोन की मांग
इनवेस्टमेंट कंपनी सिक्योर इनवेस्टमेंट में सेल्स एग्जीक्यूटिव मुकेश कुमार कहते हैं, ‘घर खरीदने के लिए यह सबसे सही समय है। पिछले कुछ दिनों में होम लोन के बारे में जानकारी लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। अभी जो EMI बन जाएगी, वो आगे भी जारी रहेगी। ऐसी हालत में कौन लोन नहीं लेना चाहेगा?’
बैकों को अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने के साथ घरों की बिक्री बढ़ने की आशा भी है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक SBI हर रोज 1 हजार होम लोन देता है। होम लोन के मसले पर SBI चेयरमैन दिनेश खारा कहते हैं, ‘महामारी के साथ ही लॉकडाउन के चलते रियल एस्टेट पर पड़े भारी प्रभाव के बावजूद, होम लोन बिजनेस में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। SBI ने दिसंबर 2020 में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि देखी है।’
होम लोन मिलना आसान होता है
हाउसिंग लोन मिलना आसान होता है, क्योंकि इसमें जिस घर के लिए लोन दिया जाता है, उसे ही गिरवी माना जाता है। जिससे लोन न चुकाए जाने की स्थिति में बैंक घर पर कब्जा कर उसकी नीलामी कर सके और लोन की भरपाई कर सके।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ज्यादातर बैंक अभी सैलरी पाने वाले वर्ग पर ही ज्यादा फोकस कर रहे हैं, ताकि उनके लोन का समय से भुगतान हो सके। ऐसे लोगों को लोन देने की प्रक्रिया भी आसान होती है। SBI का होम लोन पोर्टफोलियो 5 लाख करोड़ से ज्यादा हो चुका है, यानी कुल होम लोन का करीब 25%।
अब होम लोन की ब्याज दरें और नीचे जाना मुश्किल
क्या ये लोन और नीचे दर पर जा सकते हैं? होम लोन की दर पहले ही 15 सालों के सबसे निचले स्तर पर हैं। बैंक इशारा भी कर चुके हैं कि ब्याज दरें अपने सबसे कम स्तर पर पहुंच चुकी हैं। SBI की बात करें तो इसमें एक साल के टर्म डिपॉजिट की दर 4.9% ही है। अगर ऐसे में होम लोन ब्याज दरें और कम की गईं तो बैंक की कमाई बहुत घट जाएगी, इसलिए होम लोन की ब्याज दरें और नीचे जाना मुश्किल है। यही वजह है कि कोटक महिंद्रा और SBI की ओर से ब्याज दरों में दी जा रही छूट की समय सीमा 31 मार्च तक ही रखी गई है। हालांकि होम लोन लेने में प्रोसेसिंग चार्जेज में छूट और कुछ और दिनों के लिए कम ब्याज दरों जैसी सुविधाएं जारी रह सकती हैं।
फिलहाल होम लोन, कुल पर्सनल लोन में होने वाली बढ़ोतरी का सबसे बड़ा हिस्सा हैं। हालांकि होम लोन में बढ़ोतरी से जुड़ी कुछ चिंताएं भी बढ़ी हैं। इससे स्टील, सीमेंट और कंस्ट्रक्शन के दाम बढ़ सकते हैं।