राजस्थान के कोटा में फंसे यूपी के करीब 5800 छात्रों को वापस लाने की तैयारी में योगी सरकार
नोडल अधिकारी बाबू लाल मीणा ने बताया कि एक छात्र के कोरोना (COVID-19) संदिग्ध होने की खबर थी, जिसके बाद एहतियात के तौर पर सभी का मेडिकल चेकअप करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि छात्रों के परिजन परेशान न हों. जल्द ही उनके बच्चे उनके साथ होंगे.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने राजस्थान (Rajasthan) में फंसे यूपी के छात्रों को वापस लाने की तैयारी शुरू कर दी है. नोडल अधिकारी बाबू लाल मीणा ने बताया कि राजस्थान में यूपी के लगभग 5800 छात्र हैं. अन्य राज्यों के छात्र भी राजस्थान में हैं. कोटा (Kota) के डीएम के साथ हम लगातार बात कर रहे हैं. सभी छात्रों का मेडिकल चेकअप करवाया जा रहा है. मेडिकल चेकअप में सब कुछ ठीक होने के बाद ही वापस लाने की तैयारी शुरू होगी.
उन्होंने बताया कि एक छात्र के कोरोना संदिग्ध होने की खबर थी, जिसके बाद एहतियात के तौर पर सभी का मेडिकल चेकअप करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि छात्रों के परिजन परेशान न हों. जल्द ही उनके बच्चे उनके साथ होंगे.
करीब 250 बसें भेजने की तैयारी
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के इन बच्चों को लाने के लिए आगरा और झांसी से बसों को रवाना किया जाएगा. इनमें आगरा से 150 और झांसी से 100 बसों को कोटा के लिए भेजा जाएगा. पूर्वांचल की तरफ जाने वाली बसें झांसी होते हुए बच्चों को उनके घरों तक पहुंचाएंगी. ऐसे ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाली बसें आगरा होते हुए बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाएंगी.
कोटा में देश भर से हजारों छात्र फंसे हैं
जानकारी के अनुसार कोटा में यूपी के करीब 7500 बच्चे लॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं. वहीं देश के अलग-अलग शहरों से आए करीब 30 हजार बच्चे यहां पर अपने होस्टलों में फंस गए हैं. यदि अन्य राज्यों की बात की जाए तो बिहार के करीब 6500, मध्य प्रदेश के 4000, झारखंड के 3000, हरियाणा के 2000, महाराष्ट्र के 2000, नार्थ ईस्ट के 1000 और पश्चिम बंगाल के लगभग 1000 छात्रों के साथ कई अन्य क्षेत्रों के बच्चे भी इनमें शामिल हैं.