कानपुर: CAA का धरना पहुंचा पार्क, 50 घंटे बाद सड़क से हटीं प्रदर्शनकारी महिलाएं
प्रदशर्नकारी महिलाएं धरने को सड़क से हटाकर मोहम्मद अली पार्क में वापस ले आईं. जिसके बाद चमनगंज (Chamanganj) के रास्ते पर आवागमन शुरू हो गया. प्रदर्शकारी महिलाओं का साफ तौर से कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वो पार्क से नहीं हटेंगी.
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में मोहम्मद अली पार्क में 9 फरवरी की रात को पुलिस के द्वारा मुस्लिम महिलाओं सीएए (CAA) व एनआरसी (NRC) के विरोध मे चल रहे धरने को बल पूर्वक हटाये जाने के बाद से लगातार विवाद बढ़ता जा रहा था लेकिन देर रात तकरीबन 50 घंटे बाद प्रशासन को थोड़ी राहत मिल गई. प्रदशर्नकारी महिलाएं धरने को सड़क से हटाकर मोहम्मद अली पार्क में वापस ले आईं. जिसके बाद चमनगंज (Chamanganj) के रास्ते पर आवागमन शुरू हो गया. प्रदर्शकारी महिलाओं का साफ तौर से कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वो पार्क से नहीं हटेंगी.
उनका कहना है कि जिस तरह से मुकदमों मे पुरूषों को फंसाने का काम किया जा रहा है, उन मुकदमों को जिला प्रशासन को वापस लेना होगा. साथ ही मोहम्मद अली पार्क में पुलिस की कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को निलम्बित किया जाए. साथ ही सीएए और एनआरसी के विरोध के लिये उन्हें शान्तिपूर्वक धरने की इजाजत देनी होगी. उनका ये भी कहना है कि जिला प्रशासन केवल आश्वासन देने का काम कर रहा है लेकिन किसी भी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है.
कानपुर हिंसा के पीछे एएमयू के पूर्व छात्रों का कनेक्शन: पुलिस सूत्र
वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस व एजेन्सियां जांच भी काम मे लगी हुई हैं. सूत्रों की मानें तो कानपुर मे हुई हिंसा और प्रदर्शन के पीछे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों का कनेक्शन दिखाई दे रहा है, जिसकी जांच जारी है कि वो हिंसा के पूर्व मे कानपुर आये थे. साथ ही उनका कनेक्शन पीएफआई से भी है लेकिन ये बात जांच के बाद ही साफ हो सकेगी. जिस तरह से कल पुलिस ने आशंका जताई थी कि इसके पीछे किसी स्टूडेन्ट संगठन का हाथ हो सकता है, इसकी भी जांच की जा रही है.