रामलला के भूमि पूजन से पहले ही शुरू हुआ उत्सव, सरयू तट पर जलाए गए 21000 दीपक

Ayodhya in Festive Mood: सरयू आरती से पहले सरयू के घाटों पर 21000 दीपों को प्रज्वलित किया गया. इस दौरान दीपों से भगवान राम के नाम और ॐ की आकृतियां उकेरी गई.

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अयोध्या. 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले रामलला (Ramlala) के भूमि पूजन की तैयारियां भले ही सरकारी महकमे की ओर से अभी युद्ध स्तर पर की ही जा रही हो, लेकिन उत्सव की शुरुआत शुरू हो चुकी है. सोमवार को बीकानेर के रहने वाले श्यामसुंदर सोनी (Shyamsundar Soni) ने सरयू तट पर 21000 दीप प्रज्वलित कर भगवान के भूमि पूजन के उत्सव की शुरुआत कर दी. सरयू आरती से पहले सरयु के घाटों पर 21000 दीपों को प्रज्वलित किया गया. इस दौरान दीपों से भगवान राम के नाम और ॐ की आकृतियां उकेरी गईं.

दीपावली जैसा माहौल

गौरतलब है कि शनिवार को अयोध्या दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना काल में लोग अपने घरों पर ही रहकर रामलला के भूमि पूजन के उत्सव को मनाएं. उन्होंने कहा था कि आधारशिला रखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आएंगे. उस दौरान पूरी अयोध्या उनके भूमि पूजन में अपने घरों से ही सम्मिलित हों. लोग अपने घरों से ही धार्मिक अनुष्ठान करें और घरों पर ही दीपक जलाएं. अयोध्या के मंदिरों में भी इस तरीके की कुछ तैयारियां हैं. तीन दिवसीय उत्सव अयोध्या के हर गली मोहल्लों में मनाया जाएगा. सम्पूर्ण अयोध्या भगवान के भूमि पूजन का उत्सव मनाएगी. अयोध्‍या में दीपावली जैसा माहौल रहेगा. अयोध्या दुल्हन की तरह सजने जा रही है.

भेजे जा रहे आमंत्रण पत्र
प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियां तेजी के साथ हो रही है. लोगों को निमंत्रण भेजने के लिए आमंत्रण पत्र भी तैयार किया गया है. पीएमओ कार्यालय से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम आने के बाद जारी लिस्ट के अनुसार लोगों को निमंत्रण भेजा जाएगा. इस बार दीपोत्सव अगस्त माह में ही देखने को मिल जाएगा, क्योंकि मुख्यमंत्री के आह्वान पर अयोध्या में दीपोत्सव जैसा माहौल होगा. 3 अगस्त से ही धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे. मंदिरों में विभिन्न तरीके के धार्मिक अनुष्ठान होंगे. कहीं पर रामायण तो कहीं रामर्चा और राम नाम संकीर्तन किया जाएगा. मंदिरों को सजाकर भगवान को विशेष व्यंजनों के भोग लगाए जाएंगे. प्रधानमंत्री भगवान रामलला के मंदिर की आधारशिला रख रहे होंगे उस समय अयोध्या के मंदिरों और घरों में देसी घी के दीपक प्रज्वलित किए जाएंगे.

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