अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में लगने वाले रामनवमी मेला (Ram Navmi Fair) इस बार नहीं लगेगा. बता दें 25 मार्च से रामनवमी मेला होना है और 2 अप्रैल को रामनवमी के दिन राम जन्मोत्सव होना है. अयोध्या प्रशासन की तरफ से इस संबंध में एडवाइजरी की है. इसके तहत 2 अप्रैल (रामनवमी) तक अयोध्या में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालु और दर्शनार्थियों को अयोध्या जिले के बॉर्ड पर ही रोक लिया जाएगा, उन्हें वहीं से वापस कर दिया जाएगा, इसलिए 2 अप्रैल तक अयोध्या न आएं.
एडवाइजरी के अनुसार सरयू नदी में सामूहिक स्नान पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. ये 2 अप्रैल तक लागू रहेगा. वहीं अयोध्या जनपद के सभी होटल, धर्मशाला लॉज और यात्री निवास में 2 अप्रैल तक कोई भी बुकिंग नहीं की जाएगी. इसमें कहा गया है कि अयोध्या जनपद के समस्त मंदिर, धार्मिक स्थल पर कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए भीड़ इकट्ठा होना प्रतिबंधित रहेगा.
एडवाइजरी के प्रमुख बिंदु
सभी श्रद्धालुओं से निवेदन है कि अयोध्या धाम का चैत्र रामनवमी मेला 2020 जो 25 मार्च से 2 अप्रैल तक चलेगा. इस वर्ष कोरोना वायरस पूरे विश्व में महामारी का रूप धारण कर लिया है.
1. जनपद के सभी श्रद्धालु, दर्शनार्थी भी अयोध्या धाम में अनावश्यक यात्रा न करें. सभी धर्म गुरुओं, संतों और मंदिर प्रशासन द्वारा इसकी अपील भी की गई ळै कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आप अपने सभी कार्य अपने स्थलों से करें. भीड़ में अनावश्यक न जाएं और धार्मिक व मंदिर दर्शन से यथासंभव बचा जाए.
2. अयोध्या धाम के बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुअ यात्रा न करें. अयोध्या में 2 अप्रैल तक प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं को जनपद के बाहर रोककर वापस भेजा जाएगा.
3. सरयू नदी में सामूहिक स्नान पर 2 अप्रैल तक प्रतिबंधित रहेगी. पानी द्वारा संक्रमण फैल सकता है.
4. अयोध्या में सभी होटल, धर्मशाला, लॉज आदि में सभी बुकिंग निरस्त रहेगी.
रामनवमी मेले को लेकर अयोध्या जिला प्रशासन की एडवाइजरी
राम जन्मभूमि ट्रस्ट की श्रद्धालुओं से अपील- अपने घरों में मनाएं श्रीराम का जन्मोत्सव
अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने संतों के आह्वान पर कहा है कि रामनवमी मेले से श्रद्धालु और राम भक्त परहेज करें. रामनवमी मेले को लेकर प्रशासन बेहद चिंतित है क्योंकि 20 लाख से ज्यादा की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आते हैं. इस बार रामनवमी का मेला बेहद खास होना था और बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचने वाले थे. ऐसे में प्रशासन के लिए चुनौती भरा है. बता दें कोरोना वायरस को देखते हुए अयोध्या जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर 2 अप्रैल तक अयोध्या में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
दरअसल कोरोना वायरस को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित है. वह लगातार संतों से मुलाकात कर ट्रस्ट के पदाधिकारियों को मनाने में जिला प्रशासन सफल रहा.
बता दें देश में कई अहम पर्यटक स्थल और धर्म नगरीयों में पाबंदी लगा दी गई हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर अयोध्या में भी बड़ा कदम उठाया जा सकता है लेकिन फिलहाल ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर संयुक्त रूप से कहा है कि रामनवमी मेले पर श्रद्धालु अपने घरों पर मनाए धूम-धड़ाके से मनाएं. सुरक्षित तरीके से मनाएं. अयोध्या में आने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि सुरक्षित रहेंगे तो फिर त्यौहारों को मनाया जा सकेगा.