शाओमी ने रिटेल स्टोर्स पर ब्रांडिंग ढककर ‘मेक इन इंडिया’ का बैनर लगाया
चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प की खबरों के बाद देश में चीनी उत्पादों का बहिष्कार का आह्वान किया जा रहा है. कुछ जगहों पर चीनी स्मार्टफोन रिटेलर्स को धमकी भी मिली है.
एसोसिएशन में चीनी मोबाइल ब्रांड्स को एक लेटर लिखकर संभावित तोड़-फोड़ और प्रदर्शन से बचने के लिए ऑफलाइन स्टोर्स पर ऐसा करने को कहा है. चीन से लगातार बढ़ते विवाद को देखते हुए भारत में लगातार चीनी उत्पादों के बहिष्कार करने की अपील की जा रही है.
अन्य चीनी कंपनियों ने अभी तक नहीं उठाया ऐसा कदम
लाइवमिंट ने अपनी एक रिपोर्ट में AIMRA के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंदर खुराने के हवाले से लिखा है, ‘हमने एक लेटर में रिटेलर्स से अनुरोध किया था कि कुछ महीनों के लिए वो चीनी ब्रांडिंग को कपड़े या फ्लेक्स से ढक दें या ऐसे बोर्ड को बिल्कुल उतार दें. शाओमी अपने बोर्ड्स पर सफेद रंग के मेक इन इंडिया का बैनर से ढकना शुरू कर दिया है.’ उन्होंने बताया कि अन्य कंपनियों ने अभी तक इसपर कोई फैसला नहीं लिया है लेकिन स्थित पर हमारी नजर बनी हुई है.
खुराना के हवाले से इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि असामाजिक तत्वों ने देशभर में कुछ मार्केट्स में जाकर ऐसे मोबाइल फोन स्टोर को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी है. उनका कहना है कि ये स्टोर्स अपनी दुकान से चीनी ब्रांडिंग को हटा लें. ऐसे में संभव है कि रिटेलर्स को नुकसान झेलना पड़ सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे सेंटीमेंट से कुछ हद तक सेल्स पर भी असर पड़ा है.
सैमसंग के पास मौका
ग्राहकों को कहना है कि वो चीनी प्रोडक्ट्स नहीं चाहते हैं. भारत में सैमसंग सबसे बड़ा गैर-चीनी स्मार्टफोन विक्रेता है. ऐसे में मौजूदा सेंटीमेंट से सैमसंग को लाभ होगा. हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मोबाइल फोन निर्माताओं ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेकिन, इन कंपनियों को कुछ अधिकारियों ने नाम ने बताने की शर्त पर कहा है मौजूदा सेंटीमेंट से सेल्स पर कोई असर नहीं पड़ा है.
उनका कहना है कि लगातर दो महीनों से अधिक समय के लिए लॉकडाउन और घर से स्टडी फ्रॉम होम के चलन बढ़ने से स्मार्टफोन्स की मांग में तेजी आई है. कुछ फर्म्स को महंगे आयात के जरिए इन मांगों को पूरा करना पड़ रहा है. हालांकि, चीनी कंपनियां मौजूदा स्थिति को लेकर ग्राउंड लेवल और सोशल मीडिया के जरिए लगातार नजर बनाए हैं.
भारत में टॉप 5 में से 4 ब्रांड्स चीनी
हाल ही में शाओमी इंडिया के प्रमख मनु जैन ने कहा है कि एंटी-चीन सेंटीमेंट सोशल मीडिया तक ही सीमित है और इससे देशभरत में बिजनेस पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ा है. 24 जून को एक ट्वीट में जैन ने कहा कि शाओमी की Redmi Note9 Pro Max को सेल के दौरान 50 सेकेंड में स्टॉक आउट हो गया. बता दें कि भारत में टॉप 5 में 4 स्मार्टफोन ब्रांड्स चीनी कंपनियों के हैं. इसमें शाओमी, वीवो, रियलमी और ओप्पो हैं.