Android फ़ोन यूजर्स के लिए बड़ी खबर! Google Play पर ये 17 ऐप्स चुरा सकते हैं आपका निजी डेटा

अगर आप एंड्राइड फ़ोन यूज करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. Google Play में कथित तौर पर कम से कम 17 ऐप हैं, जो कि HiddenAds नाम से ट्रोजन ग्रुप का ही एक हिस्सा है. शोधकर्ताओं ने पाया कि इन ऐप्स को डाला तो गेम के रूप में है, लेकिन इन्हें घुसपैठ वाले विज्ञापन दिखाने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह यूज़र्स की व्यक्तिगत जानकारी को चुरा सकते हैं.

0 990,311
नई दिल्ली. अगर आप एंड्राइड फ़ोन यूज करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. Google Play में कथित तौर पर कम से कम 17 ऐप हैं, जो कि HiddenAds नाम से ट्रोजन ग्रुप का ही एक हिस्सा है. साइबर स्पेस फर्म Avast की माने तो ये ऐप्स एक बड़े हिडनऐड्स कैंपेन का हिस्सा हैं, जिन्होंने मुख्य तौर पर भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में यूज़र्स को निशाना बनाया था. Avast के शोधकर्ताओं ने पाया कि इन ऐप्स को डाला तो गेम के रूप में है, लेकिन इन्हें घुसपैठ वाले विज्ञापन दिखाने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह यूज़र्स की व्यक्तिगत जानकारी को चुरा सकते हैं. शोधकर्ताओं ने देखा कि ये ट्रोजन ऐप्स अपने आइकॉन को डिवाइस में छिपाने की क्षमता रखते हैं और समय-समय पर डिवाइस पर ऐसे विज्ञापन दिखाते हैं, जिन्हें स्किप नहीं किया जा सकता है.
ऐसे की जाती है आपके डाटा की चोरी 

Avast के शोधकर्ताओं की टीम ने शुरू में ट्रोजन परिवार के एक हिस्से HiddenAds ट्रोजन से संबंधित कुल 47 ऐप्स की खोज की. हालांकि, Google ने एंटीवायरस कंपनी से रिपोर्ट प्राप्त करने पर उन ऐप्स में से 30 को हटा दिया. अवास्ट टीम द्वारा खोजे गए कुछ ट्रोजन ऐप्स के बारे में दावा किया जाता है कि वे यूज़र्स विज्ञापन दिखाने के लिए ब्राउज़र को भी खोलते हैं. क्योंकि एप्लिकेशन एक निश्चित समय सीमा के बाद अपने आइकॉन को छिपा देते हैं, इसलिए यूज़र अपने डिवाइस पर देखे जाने वाले विज्ञापनों के बार-बार दिखाई देने का कारण समझने में सक्षम नहीं होते हैं. हालांकि इन ट्रोजन ऐप्स को डिवाइस के ऐप मैनेजर के जरिए से अनइंस्टॉल किया जा सकता है, क्योंकि ये केवल वहीं दिखाई देती हैं.


चेतावनी! भारत पर बड़ा साइबर अटैक करने की तैयारी में चीन, ऐसे रखें खुद को सेफ

साइबर अटैक (Cyber Attack) के हमले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी बीच महाराष्ट्र साइबर इंटेलीजेंस सेल (Maharashtra Cyber Intelligence Cell) ने भारत में साइबर हमले को लेकर वॉर्निंग देते हुए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि चीन के हैकर्स बड़े पैमाने पर साइबर अटैक करने की योजना बना रहे हैं. महाराष्ट्र साइबर इंटेलीजेंस सेल के स्पेशल IG यशस्वी यादव ने इस बारे में बताया कि पिछले 4-5 दिनों में चीनी हैकर्स ने लगभग 40,300 बार भारतीय साइबर स्‍पेस में अटैक करने की कोशिश की है.

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इनमें से ज़्यादातर हैकर्स चीन के चेंगदू क्षेत्र में मौजूद हैं. इस क्षेत्र को साइबर अटैक का हेडक्‍वार्टर बताया जा रहा है. चीन के हैकर भारत के साइबर स्पेस में विशेष रूप से इंफॉर्मेशन, इंफ्राटेक्‍चर और बैंकिंग के लिए साइबर हमले कर रहे हैं.

एडवायजरी में बताया गया है कि फिशिंग ईमेल के लिए जिस ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह ncov2019@gov.in है. इस धोखेबाज ग्रुप के पास 20 लाख ईमेल एड्रेस होने का दावा किया जा रहा है. साइबर विभाग ने कहा कि ncov2019@gov.in जैसी आई़डी से सावधान रहें.

>>ऐसे ईमेल या लिंक से सावधान रहें जो खास ऑफर के साथ हो जैसे कोविड-19 टेस्टिंग, कोविड-19 मदद, इनामी राशि, कैशबैक ऑफर्स.

>> ब्राउजिंग के लिए सेफ टूल्स, एंटीवायरस, फायरवॉल का इस्तेमाल करें. स्पैम फिल्टर को लेटेस्ट स्पैम मेल कंटेंट के साथ अपडेट करें.

>> लिंक पर क्लिक करने या लॉगइन करने से पहले URL को चेक कर लें. लिंक पर क्लिक करने से पहले, सुनिश्चित करें कि वेबसाइट वैध है. मैसेज में या URL में किसी भी तरह की स्पेलिंग की गलतियों की जांच करें.

 

>> महाराष्ट्र साइबर विभाग ने ऐसे किसी साइबर अपराध से बचने के लिए कुछ उपाय भी बताए हैं. आइए जानें कैसे रखें खुद को सेफ

>>सोशल मीडिया पर किसी अनजान ईमेल, SMS या मैसेज में दिए अटैचमेंट को न खोलें या क्लिक करने से बचें.

>> सबसे ज़रूरी ये है कि अगर आप मैसेज या मेल भेजने वाले को अच्छे से जानते भी हैं, तब भी अटैचमेंट को खोलने से पहले सावधानी बरतने की ज़रूरत है. क्योंकि ऐसा मुमकिन है कि किसी ने आपके जानने वाले का फोन या मेल हैक कर लिया हो, और उसी से मैलिशियस लिंक भेजा गया है.