नई दिल्ली। हर काम से पहले मीठा हो जाए, ये हर बार जरूरी नहीं, क्योंकि चीनी मीठी तो होती है, लेकिन सेहत के लिए जहर से कम नहीं है। हमारी लाइफस्टाइल में ऐसी कई चीजें शामिल हो गई हैं, जिनकी वजह से हम चीनी का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं।
मीठा भले ही आपको कुछ देर के लिए अच्छा लगता हो, लेकिन आगे चलकर ये आपको कई बीमारियां दे सकता है। साथ ही कम उम्र में आप कई सारी परेशानियों से घिर सकते हैं। सबसे पहले जानिए चीनी कैसे आपकी सेहत पर असर डालती है…
मोटापा बढ़ाती है
अनाज के मुकाबले चीनी 5 गुना ज्यादा तेजी से फैट में बदल जाती है और आपको मोटा बना देती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो जब आप चीनी खाते हैं तो मतलब आप अपनी मोटापे वाली कोशिकाओं को खाना खिलाते हैं।
ज्यादा चीनी खाने से डिप्रेशन हो सकता है
कम मात्रा में हो तो चीनी सेरोटोनिन नाम के हार्मोंस को बढ़ाती है। यह आपके मिजाज को खुशनुमा बनाता है, लेकिन ज्यादा चीनी का इस्तेमाल आपको डिप्रेशन में डालता है और एंग्जायटी यानी घबराहट होती है।
बूढ़ा बनाती है चीनी
स्किन पर भी चीनी का बुरा असर होता है। ग्लाइसेशन की प्रक्रिया में चीनी के अणु कोलेजन फाइबर से मिलते हैं। इससे कोलेजन फाइबर की नेचुरल इलास्टिसिटी धीरे-धीरे खत्म होती जाती है। इसकी वजह से स्किन में झुर्रियां बनने लगती हैं और आप समय से पहले ही बूढ़े दिखने लगते हैं।
आंतों के लिए खतरनाक है चीनी
आंतों का माइक्रोफ्लोरा पाचन क्रिया को बढ़ाता है और आपके पाचन तंत्र को बैक्टीरिया से सुरक्षित रखता है, लेकिन अधिक चीनी खाने से आपकी आंतों का माइक्रोफ्लोरा बाहर निकल जाता है। इससे कई किस्म की बीमारियां हो सकती हैं।
शराब की तरह मीठे की भी लत लग सकती है
अधिक वजन वाले लोगों में चीनी खाने पर मस्तिष्क डोपोमीन छोड़ने लगता है। ठीक उसी तरह जिस तरह शराब और दूसरी नशे की चीजों के इस्तेमाल में होता है। इससे किसी भी चीज की लत लग जाती है।
चीनी गुस्सा भी बढ़ाती है
जो लोग ज्यादा चीनी खाते हैं वे गुस्सैल स्वभाव के होते हैं। इसलिए खासकर बच्चों को स्कूल के घंटों में चीनी ना खाने की सलाह दी जाती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती है
चीनी का ज्यादा इस्तेमाल रोग प्रतिरोधक क्षमताओं पर भी असर डालता है। ज्यादा चीनी खाने से रोग प्रतिरोधी तंत्र की कीटाणुओं को मारने की क्षमता 40 प्रतिशत तक घट जाती है।
कैंसर का खतरा बढ़ता है
कैंसर की काशिकाओं को बढ़ने के लिए चीनी की जरूरत होती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के लेविस कैंटले के नेतृत्व में एक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट इस पर रिसर्च कर रहा है कि चीनी आखिर ऐसा क्या करती है जिसकी वजह से कैंसर की कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं।
याद्दाश्त कमजोर कर देती है
चीनी के अधिक इस्तेमाल का असर याद्दाश्त पर भी पड़ता है। एक स्टडी के मुताबिक हाई ब्लड शुगर वाले लोग याद्दाश्त के मामले में उन लोगों के मुकाबले पीछे थे जिनका ब्लड शुगर कम था।
एक दिन में कितनी चीनी खाना सेहत के लिए सही
अमेरिका में किए गए एक सर्वे में सामने आया है कि लोग हर साल 28 किलो शुगर का सेवन कर रहे हैं जिसमें फ्रूट जूस शामिल नहीं है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार एक शख्स को एक दिन में 6-7 चम्मच चीनी का इस्तेमाल करना चाहिए, इसका मतलब है कि एक दिन में 25-30 ग्राम चीनी ही खानी चाहिए। इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं क्योंकि एक चम्मच में 4-5 ग्राम चीनी आती है।
वहीं अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का कहना है कि महिलाओं को पुरुषों के अनुपात में कम चीनी खानी चाहिए। इस एसोसिएशन के अनुसार पुरुषों को एक दिन में 150 कैलोरी की चीनी जबकि महिलाओं को 100 कैलोरी तक की चीनी ही खानी चाहिए। बता दें कि चीनी की 7-8 चम्मच में 150 कैलोरी हो जाती है। इसलिए पुरुषों को 7-8 जबकि महिलाओं को 5-6 चम्मच चीनी खानी चाहिए। वैसे तो आपके शरीर को एडेड शुगर की जरूरत ही नहीं है।
ऐसे अपनी डायट से चीनी घटाएं
- धीरे-धीरे कंट्रोल करें- आप अचानक से चीनी खाना बंद नहीं कर सकते हैं। धीरे-धीरे आप इसे कम जरूर कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर सुबह की चाय में 2 कप शक्कर लेते हैं, तो इसे पहले एक और फिर आधा और फिर छोड़ दें।
- शुगर नहीं फ्रूट शुगर अपनाएं- चीनी दो तरह की होती है एक तो नैचुरल जो फल, सब्जियों, डेरी प्रोडक्ट में होती है। इसे कम करने की जरूरत नहीं है, लेकिन जो एडेड शुगर होती है यानी चीनी जो आप हर चीज में अलग से डालते हैं, उसे कम करने की जरूरत है, तो आप कोशिश करें कि जब भी मीठा खाने का मन हो तो आप फ्रूट खाएं।
- एक्सरसाइज करें- एक्सरसाइज हर मर्ज की दवा है। मीठे की लत से भी बचाता है। अगर आप डेली एक्सरसाइज या योग करते हैं तो यह आपकी मीठे की क्रेविंग को कम करता है।
चीनी की जगह इन चीजों को शामिल करें
- ब्राउन शुगर- चाय के एक कप में सफेद चीनी की जगह ब्राउन शुगर मिलाने पर यह स्वास्थ्यवर्धक होती है। ब्राउन शुगर में ढेर सारे मिनरल्स होते हैं जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और आयरन आदि जो कि इम्यून सिस्टम को बढ़ाते हैं और बीमारियां दूर रखते हैं।
- खजूर- खजूर डायबिटिक रोगी भी खा सकते हैं। इसे या तो पीस कर खाया जा सकता है या फिर इसका सीरप बना कर चाय या कॉफी में भी डाला जा सकता है।
- शहद- एक चम्मच शहद, एक चम्मच चीनी से काफी बेहतर है। शहद ना केवल दिल बल्कि मोटापा घटाने के लिए भी अच्छा है।
- नारियल- घिसा हुआ नारियल चीनी की जगह पर खाया जा सकता है। हालांकि आप नारियल को चाय में चीनी की जगह तो नहीं डाल सकते, लेकिन इन्हें किसी मीठी डिश में मिठास भरने के लिए डाल सकते हैं।
- फ्रूट जूस- जब भी आपका मीठा खाने का मन हो तो कोशिश कर के फ्रूट जूस पिया जा सकता है। इसमें काफी पोषण होता है जो कि वाइट शुगर से कहीं ज्यादा अच्छा होता है।
- गुड़- आप चाहें तो चीनी की जगह गुड़ डाल कर चाय या कॉफी बना सकते हैं। यह आपके दिल और ब्लड दोनों के लिए अच्छा होता है।
पूरी तरह से चीनी खाना न छोड़ें
अगर आप चीनी खाना पूरी तरह छोड़ देंगै, तो इससे आपका शरीर धीरे-धीरे प्रभावित होता है। आप स्वस्थ रहेंगे या बीमार पड़ेंगे, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप चीनी छोड़ने के बाद क्या चीजें खा रहे हैं। दरअसल चीनी आपके शरीर में ग्लूकोज यानी ऊर्जा (एनर्जी) का एक अच्छा स्रोत है। अगर आप चीनी की जगह कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रट वाले आहार जैसे- ओट्स, फल, सब्जियां आदि खा रहे हैं, तो आपको ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि आपका शरीर कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट को तोड़कर सिंपल शुगर में बदल देता है, जिससे आपको एनर्जी मिल जाती है, लेकिन अगर आप इन्हें भी नहीं खाते हैं, तो चीनी छोड़ने के 5-7 दिन के अंदर आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से कम हो जाता है। इसके अलावा फैट और इंसुलिन की मात्रा भी घट जाती है।
अगर चीनी खाना पूरी तरह से छोड़ दें तो क्या होगा
शुरुआत के 3 दिन होगी ज्यादा परेशानी
अगर आप चीनी खाना छोड़ दें और दूसरे ग्लाइसेमिक फूड्स खाना भी पूरी तरह छोड़ दें (जैसा कि कीटो डाइट में अक्सर लोग करते हैं), तो शुरुआत के 3-4 दिन आपको बहुत परेशानी होगी। आपका दिमाग बार-बार मीठी चीजों की तरफ जाएगा। ऐसा इसलिए होता है कि मीठा खाने की आदत बन जाने पर मीठी चीज खाने के बाद ही दिमाग उत्तेजित होता है। अचानक मीठा छोड़ने पर आपके शरीर में कई तरह के अंदरूनी बदलाव आने लगते हैं।
घटने लगता है इंसुलिन
इंसुलिन एक ऐसा हार्मोन है, जो शरीर में ग्लूकोज को नियंत्रित करता है। चीनी या मीठी चीजें खाना छोड़ने पर शरीर से अतिरिक्त इंसुलिन घटने लगता है। शुगर के रोगियों को इसलिए चीनी छोड़ने की सलाह दी जाती है। शुरुआत में ऐसा करने पर आप बहुत ज्यादा थका हुआ और सुस्त महसूस करेंगे। मगर कुछ दिनों में ये ठीक हो जाता है। इस दौरान एक खास हार्मोन जिसे एड्रेनलिन कहा जाता है, शरीर में पहले से जमा फैट को तोड़कर ग्लूकोज बनाने लगता है। यही कारण है कि चीनी पूरी तरह छोड़ देने पर लोगों का वजन घटने लगता है।
पूरी तरह मीठा छोड़ना हो सकता है खतरनाक
आप चीनी खाना छोड़ सकते हैं, लेकिन आपको मीठी चीजें जैसे फल, अनाज आदि खाते रहना चाहिए। अगर आप पूरी तरह से मीठी चीजें खाना छोड़ देंगे, तो ये आपके शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। मीठी चीजें खाना पूरी तरह छोड़ देने पर आपकी बॉडी फैट से ग्लूकोज बनाने के लिए कीटोन्स का निर्माण शुरू कर देती है। ये कीटोन्स शरीर में जमा फैट को ग्लूकोज में बदलते हैं, जिससे आपकी चर्बी गलने लगती है। इस प्रक्रिया को कीटोसिस कहते हैं। लेकिन इस तरह से वजन घटाना हानिकारक है क्योंकि कीटोन्स के कारण आपकी मांसपेशियों में दर्द शुरू हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कीटोसिस की प्रक्रिया में आपका शरीर बहुत अधिक मात्रा में पानी का इस्तेमाल करता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
आमतौर पर कीटोसिस की स्टेज पर पहुंचने वाले व्यक्ति के शरीर में दिख सकते हैं ये लक्षण
- सिरदर्द
- थकान
- सुस्ती
- मांसपेशियों में दर्द
- पेट में मरोड़