बड़ी खबर : ICC ने देखा बांग्लादेशी क्रिकेटरों के हिंसक व्यवहार का वीडियो, 5 खिलाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई, सुनाई ये सजा
पोचेफ्स्ट्रूम में खेले गए अंडर 19 वर्ल्ड कप फाइनल (Under 19 Cricket World Cup) के बाद बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाड़ी भारतीय क्रिकेटरों (Indian Cricketers) से उलझ गए थे.
दुबई. आईसीसी अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप (ICC Under 19 Cricket World Cup) में जो कभी देखने को नहीं मिला था, वो भारत और बांग्लादेश (India vs Bangladesh) के बीच हुए फाइनल के बाद पूरी दुनिया ने देखा. खिताबी मुकाबले में तीन विकेट की जीत के बाद बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दीं और बीच मैदान पर अंपायरों के सामने भारतीय खिलाड़ियों से धक्का-मुक्की करने लगे. उन्हें गालियां दीं और बल्ला लेकर उन्हें मारने तक चल पड़े. आईसीसी ने अब बांग्लादेशी खिलाड़ियों के इस रवैये का वीडियो देखकर पांच खिलाड़ियों को कड़ी सजा सुनाई है.
Shameful end to a wonderful game of cricket. #U19CWCFinal pic.twitter.com/b9fQcmpqbJ
— Sameer Allana (@HitmanCricket) February 9, 2020
बांग्लोदश के तीन और भारत के दो खिलाड़ियों को सजा, रवि बिश्नोई दो मामलों में दोषी
खेल की सर्वोच्च संस्था आईसीसी (ICC) ने अंडर 19 वर्ल्ड कप फाइनल (Under 19 World Cup Final) के बाद हुई अप्रिय घटनाओं के लिए बांग्लादेश के तीन और भारत के दो खिलाड़ियों को खेल की साख को ठेस पहुंचाने का दोषी करार दिया है. बांग्लादेश के मोहम्मद तौहीद रिदय, शमीम हुसैन और रकीबुल हसन को आईसीसी की आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, जबकि भारत के दो खिलाड़ियों आकाश सिंह (Akash Singh) और रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) को भी दोषी पाया गया है. भारतीय स्पिनर और वर्ल्ड कप में सर्वाधिक 17 विकेट लेने वाले रवि बिश्नोई को एक और मामले में दोषी करार दिया गया है.
Hands up if you love a bat drop 🤚#U19CWC | #FutureStars pic.twitter.com/3GOSNDGfzs
— Cricket World Cup (@cricketworldcup) February 10, 2020
आचार संहिता के लेवल तीन का उल्लंघन
आईसीसी (ICC) ने एक बयान में कहा कि पांच खिलाड़ियों को आईसीसी की आचार संहिता के लेवल तीन के उल्लंघन का दोषी पाया गया है. उन पर धारा 2.21 के उल्लंघन का आरोप है. वहीं बिश्नोई पर धारा 2.5 के भी उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. आईसीसी आचार संहिता की धारा 2. 1 खेल की साख को ठेस पहुंचाने के संबंध में है. इसमें बदसलूकी, सार्वजनिक तौर पर अभद्र व्यवहार और अनुचति बयानबाजी शामिल है जो खेल के हितों के विपरीत है. वहीं, धारा 2.5 आक्रामक रवैये व भाषा और उकसाने वाली टिप्पणी करने से जुड़ी है. बिश्नोई (Ravi Bishnoi) ने 23वें ओवर में अविषेक दास का विकेट लेने के बाद आक्रामक तरह से जश्न मनाया था.
सभी पांचों खिलाड़ियों को अलग-अलग सजा
दोषी पाए गए सभी पांचों खिलाड़ियों को अलग-अलग सजा दी गई है. मोहम्मद तौहीद को सबसे सख्त सजा सुनाई गई है. उन्हें 10 निलंबन अंक की सजा दी गई है, जो 6 डिमेरिट अंक के बराबर हैं. वहीं शमीम हुसैन और आकाश सिंह को आठ निलंबन अंक यानी 6 डिमेरिट अंक की सजा सुनाई गई है. हसन को 4 निलंबन अंक यानी 5 डिमेरिट अंक की सजा सुनाई गई है. वहीं बिश्नोई को कुल 7 डिमेरिट अंक मिले हैं. उन्हें धारा 2.21 के उल्लंघन पर पांच डिमेरिट अंक दिए गए, जबकि धारा 2.5 के उल्लंघन के लिए दो डिमेरिट अंक मिले.
सजा को ऐसे समझिए
ये सभी अंक दोषी पाए गए खिलाड़ियों के रिकॉर्ड में दो साल तक मौजूद रहेंगे और आगामी अंतरराष्ट्रीय मैचों (सीनियर टीम या अंडर 19 टीम) में लागू होंगे. एक निलंबन अंक का मतलब होता है कि खिलाड़ी एक वनडे या एक टी20 मैच खेलने के लिए अयोग्य माना जाएगा. सभी आरोप मैदानी अंपायरों सैम एन और एड्रियन होल्डस्टोक, तीसरे अंपायर रविंद्र विमलासिरि और चौथे अंपायर पैट्रिक बोंगनी जेले ने लगाए. बाद में मैच रेफरी ग्रेम लैब्रूए ने सजा का ऐलान किया.