पटना. जदयू के पूर्व उद्योग मंत्री श्याम रजक सोमवार को राजद में शामिल हो गए। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे पहले रजक ने कहा कि मैंने नीतीश कुमार के साथ रहकर 10 साल बर्बाद किए हैं। अब मैं अपनी पुरानी पार्टी राजद में शामिल होने जा रहा हूं। जदयू ने रजक को रविवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बर्खास्त कर दिया था।
Bihar: Shyam Rajak joins Rashtriya Janata Dal (RJD) in presence of Tejashwi Yadav in Patna.
Shyam Rajak was removed from Bihar Industries Minister's post & was also expelled from JDU, by CM Nitish Kumar yesterday. pic.twitter.com/xPf04a0v29
— ANI (@ANI) August 17, 2020
रजक ने कहा, ‘जदयू ने पार्टी के संविधान की धज्जियां उड़ा दीं। अगर मुझ पर कोई आरोप था तो पार्टी के संविधान के अनुसार पहले कारण बताओ नोटिस देना चाहिए था। बिना नोटिस दिए सीधे पार्टी से बर्खास्त कर दिया। अगर पार्टी के संविधान को नहीं मानना है तो प्राथमिक सदस्यता लेते समय शपथ क्यों दिलाते हैं?’
राजद के साथ मिलकर लड़ूंगा सामाजिक न्याय की लड़ाई
उन्होंने कहा कि बिहार में दलितों के साथ अत्याचार बढ़ गया है। लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। नौजवानों के पास काम नहीं है। मैंने कभी सामाजिक न्याय की लड़ाई से समझौता नहीं किया है। मैं हमेशा अपनी आवाज उठाता रहा हूं। जदयू में रहकर भी आवाज उठाई, लेकिन नीतीश कुमार के कान पर जू तक नहीं रेंगा। अब राजद के साथ मिलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लडूंगा।
I have not been expelled, I am going to give my resignation to the Speaker. I can not stay where social justice is being stripped: Shyam Rajak, who was removed by Bihar CM Nitish Kumar yesterday from the post of Bihar Industries Minister and also expelled from Janata Dal (United) pic.twitter.com/pVe4G31CEM
— ANI (@ANI) August 17, 2020
श्याम ने कहा कि मुझे कभी मंत्री पद का लोभ नहीं रहा है। मुझे मंत्री बनाया गया तो मैंने काम किया। मुझे रात में बर्खास्त किया गया और सुबह ही मैंने सभी सुविधाओं से हाथ जोड़ लिए। जहां तक विधानसभा सीट फुलवारी से टिकट की बात है तो मुझे अपने क्षेत्र की जनता का असीम प्यार मिला है। यहां पार्टी नहीं, श्याम रजक चुनाव लड़ता और जीतता है।
जदयू में शामिल होंगे राजद से निकाले गए 3 विधायक
रविवार को राजद ने पार्टी बदलने की तैयारी कर रहे अपने तीन विधायकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद और प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने विधायक महेश्वर यादव, प्रेमा चौधरी और फराज फातमी को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित करने की घोषणा की थी। राजद का कहना था कि तीनों विधायक कई महीने से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। ये तीनों विधायक भी आज जदयू में शामिल हो सकते हैं।
मांझी का एनडीए में जाना तय, 20 अगस्त को ऐलान
लोजपा नेता चिराग पासवान का जदयू नेतृत्व पर लगातार सवाल उठाने और जदयू से श्याम रजक के निकाले जाने के बाद पूर्व सीएम जीतनराम मांझी का फिर से जदयू खेमे की ओर से एनडीए में आना तय माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, वे एनडीए में अपनी पार्टी का अस्तित्व कायम रखना चाहते हैं, पर जदयू नेतृत्व हम (से) का जदयू में विलय चाहता है। नए समीकरण में अब मांझी अपनी पार्टी के साथ एनडीए में एडजस्ट होंगे, ऐसी संभावना है। हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि 20 अगस्त को फैसला होगा।