महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ आज होने वाली मीटिंग रद्द की, फडणवीस के बयान के बाद लिया फैसला
संजय राउत ने कहा कि आज बीजेपी और शिवसेना के बीच चर्चा होने वाली थी लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस मीटिंग को कैंसिल कर दिया. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान का हवाला दिया.
मुंबई: मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच अब तनाव अब खुलकर सामने आ गया है. दोनों ने चुनाव तो मिलकर लड़ा है लेकिन सीएम पद को लेकर अभी तक कोई तालमेल स्थापित नहीं हो पाया है. मामला 50-50 फॉर्मूले को लेकर फंसा हुआ है. आज देवेंद्र फडणवीस ने इसको लेकर बयान दिया तो इस पर शिवसेना ने पलटवार किया. अब शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया कि आज बीजेपी और शिवसेना के बीच चार बजे मीटिंग होने वाली थी लेकिन इसे कैंसिल कर दिया गया है.
Sanjay Raut, Shiv Sena: Discussions between BJP-Shiv Sena were scheduled for 4 pm today. But if the CM himself is saying that the '50-50 formula' was not discussed then what will we even talk about? On what basis should we talk to them? So Uddhav ji has cancelled today's meeting pic.twitter.com/duyYQpCQtn
— ANI (@ANI) October 29, 2019
इसके पीछे की वजह बताते हुए संजय राउत ने कहा, ”आज चार बजे बीजेपी और शिवसेना के बीच चर्चा होने वाली थी. लेकिन अगर सीएम खुद ये कह रहे हैं कि 50-50 फॉर्मूले पर चर्चा ही नहीं हुई थी तो हमारे पास बात करने के लिए रह क्या जाता है? हमें किस आधार पर उनसे बात करनी चाहिए? इसलिए उद्धव जी ने आज की मीटिंग रद्द कर दी है.”
संजय राउत की तरफ से आज कई बयान सामने आए. इससे पहले उन्होंने कहा कि अगर सीएम खुद कह रहे हैं कि 50-50 फॉर्मूले पर चर्चा नहीं हुई थी तो अब सत्य की परिभाषा को बदल देने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘’अगर अब ये कहते हैं कि ऐसी कोई बात हुई नहीं तो मैं प्रणाम करता हूं ऐसी बातों को. वे उसे खारिज कर रहे हैं जो उन्होंने कैमरे के सामने कहा था.’’ इसके साथ ही संजय राउत ने ये भी कहा कि सीएम ने खुद 50-50 फॉर्मूले की बात कही थी. उद्धव ठाकरे ने भी इसको लेकर बात की थी. ये सब अमित शाह के सामने हुआ था.
गौरतलब है कि राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में अकेले किसी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ. राज्य में विधानसभा की 288 सीटें हैं. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 145 विधायकों का समर्थन होने चाहिए. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में 105 सीटें जीती हैं. वहीं शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की है. दोनों पार्टियों ने गठबंधन में चुनाव लड़ा. दोनों के आंकड़ें सरकार बनाने के लिए पर्याप्त हैं लेकिन मामला 50-50 फॉर्मूले को लेकर आगे नहीं बढ़ पाया है.