पालघर के बाद अब महाराष्ट्र के नांदेड़ में साधु और उनके सेवादार काे गला रेतकर मारा गया
नांदेड़ के आश्रम में देर रात हुई वारदात, साधु का शव आश्रम में, सेवादार का कुछ दूर पड़ा मिला सुबह जब आश्रम के अंदर शिष्य पहुंचे तो चला पता, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तेलंगाना से पकड़ा गया महाराष्ट्र के नांदेड़ में साधु और सेवक की हत्या का आरोपी
मुंबई. महाराष्ट्र में पालघर के बाद अब नांदेड़ में शनिवार देर रात एक साधु और उनके सेवादार की निर्ममता से हत्या कर दी गई। साधु का शव आश्रम में और सेवादार का आश्रम से कुछ दूरी पर पड़ा मिला है। रविवार सुबह जब शिष्य मौके पर पहुंचे तो उन्हें वारदात का पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दोनों के शवाें को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। बताया जा रहा है कि साधु और सेवादार की हत्या गला रेतकर की गई है।
सद्गुरु शिवाचार्य नागठणकर नांदेड स्थित आश्रम में अपने शिष्यों के साथ रहा करते थे। रविवार सुबह जब शिष्य मौके पर पहुंचे तो शिवाचार्य का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था। इस पर शिष्यों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू ही की थी कि तभी पता चला कि आश्रम की सेवा करने वाले एक सेवादार का शव गांव में आश्रम से कुछ ही दूरी पर मिला है। दोनों की शनिवार रात ही हत्या का अंदेशा है।
चोरी की नीयत से हत्या की आशंका
पुलिस को शुरुआती जांच में हत्या का कारण चोरी लग रहा है। पुलिस के मुताबिक, आश्रम में सारा सामान बिखरा पड़ा था। ऐसे में आशंका है कि चोरी का विरोध करने पर साधु और उनके सेवक की हत्या कर दी गई होगी। हालात को देखकर ऐसा ही लग रहा है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि अगर चोरी की नीयत से हत्या की गई तो सेवादार का शव आश्रम से दूर कैसे मिला। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पालघर में दो साधुओं सहित 3 की हुई थी पीट-पीटकर हत्या
इससे पहले पालघर जिले में करीब 200 लोगों की भीड़ ने चोर होने के शक में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। घटना उस समय हुई, जब ये लोग मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे। बाद में मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70), सुशीलगिरी महाराज (35) और उनके चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई। घटना के बाद से विपक्ष उद्धव सरकार पर लगातार हमलवार है। वहीं मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैैं।
महाराष्ट्र के नांदेड़ के आश्रम में शनिवार देर रात लिंगायत समाज के एक साधु और उनके सेवक की हत्या का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि साधु पशुपति महाराज का शव आश्रम में मिला है जबकि उनकी सेवा करने वाले सेवादार भगवान राम शिंदे का शव आश्रम से कुछ दूर पर पड़ा मिला है. बताया जा रहा है कि हत्यारोपी की पहचान साईनाथ लिंगाडे के रूप में हुई है, जिसे तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया गया है.
महाराष्ट्र के पालघर में चोरी के शक में दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक आश्रम के अंदर साधु की हत्या कर दी गई. पशुपति महाराज नांदेड के आश्रम में रहते थे. शनिवार देर रात 12 से 12.30 के बीच पशुपति महाराज की हत्या कर दी गई. सुबह जब शिष्यों ने उन्हें आश्रम में मृत देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अभी जांच शुरू ही की थी कि किसी ने बताया कि आश्रम की सेवा करने वाले एक सेवादार भगवान राम शिंदे का शव गांव में आश्रम से कुछ ही दूरी पर मिला है.
- पुलिस जांच में पता चला है कि हत्यारोपी साईनाथ रात के समय आश्रम में दाखिल हुआ था. हत्या को अंजाम देने के बाद वह साधु का शव अपने साथ ही ले जाना चाहता था. बताया जाता है कि जैसे ही साईनाथ साधु पशुपति महाराज का शव कार में रखकर बाहर निकलने लगा तभी उसकी कार दरवाजे में फंस गई. शोर की आवाज सुनकर छत पर सो रहे दो सेवादार जाग गए. उन्होंने साईनाथ को रोकने की कोशिश की लेकिन वह भाग निकला. उसे पकड़ने के लिए सेवादार भागे लेकिन वह फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी साईनाथ को तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया है.