पंजाब के तीन जिलों, अमृतसर तरनतारन और गुरदासपुर में बीते 5 दिन में जहरीली शराब से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाने पर राजनीति गर्म है। इसी बीच बुधवार को जालंधर में भी उस वक्त हंगामा हो गया, जब यूथ अकाली दल ने कांग्रेस विधायक रमनजीत सिंह सिक्की को दोषी ठहराते हुए उनके जालंधर स्थित घर का घेराव किया। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग करके प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो गुस्साए प्रदर्शनकारी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की पर उतर आए।
बुधवार को यूथ अकाली दल के राष्ट्रीय प्रधान परमबंस बंटी रोमाना और सेक्रेटरी जनरल सरबजोत सिंह साबी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने लम्मा पिंड-जंडू सिंहा रोड पर तरनतारन जिला के विधानसभा हलका खड़ूर साहब से विधायक रमनजीत सिंह सिक्की के घर का घेराव किया। विपक्ष का आरोप है कि तरनतारन में जहरीली शराब बेचने वालों को विधायक रमनजीत सिंह सिक्की का संरक्षण प्राप्त था। वह उन सभी पर पुलिस कार्रवाई नहीं होने दे रहे थे। यूथ अकाली दल के धरने को देखते हुए पुलिस ने रोड पर सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरिकेडिंग करके अकाली कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की। इससे यूथ अकाली दल और पुलिस में धक्का-मुक्की भी हुई और बंटी रोमाना की पुलिस अफसरों के साथ तीखी बहस हुई।
प्रधान बंटी रोमाना ने कहा कि कांग्रेसी राज में जहरीली शराब से 100 से ज्यादा मौतें हो गई हैं। अभी तक किसी भी जिम्मेदार को पकड़ा नहीं गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे शर्मनाक कांड में कांग्रेस के सीनियर नेता शामिल हैं और उन्हें बचाने के लिए कैप्टन सरकार डटी हुई है। बंटी ने मांग की है कि जहरीली शराब से मारे गए लोगों के परिवारों को 25-25 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है। उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।