जालंधर/पटियाला.गुरदासपुर.कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) को फैलने से रोकने के लिए जारी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच पंजाब के गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर के एक आदेश को लेकर विवाद हो गया है. दरअसल, गुरदासपुर के डीसी ने एक आदेश जारी करके स्थानीय सरकारी टीचरों की ड्यूटी शराब की फैक्ट्रियों और डिस्टलरीजमें लगाने के निर्देश दिए हैं. इस आदेश को लेकर टीचरों में बेहद नाराजगी है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शराब फैक्ट्री और डिस्टिलरीज में बनाई जा रही शराब पर निगरानी रखने और शराब की अवैध सप्लाई और तस्करी को रोकने के लिए टीचर्स को तैनात करने और सर्वे करने के निर्देश भी दिए गए हैं, लेकिन ज्वाइंट टीचर्स एसोसिएशन ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई है. एसोसिएशन का कहना है कि टीचर का पद एक सम्माननीय पद है. टीचरों से शराब की फैक्ट्रियों में ड्यूटी करवाया जाना गलत है. ऐसे में डीसी को अपने इस आदेश को जल्द से जल्द वापस लेना चाहिए.
हालांकि, इस आदेश में ये भी कहा गया है कि अगर टीचर अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचते हैं, तो उनके खिलाफ धारा 188 के तहत एक्शन लिया जा सकता है. एसोसिएशन ने इस मामले में डीसी को चिट्ठी भी लिखी है. फिलहाल ज्वाइंट टीचर्स एसोसिएशन की आपत्ति पर डीसी दफ्तर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
7 मई से हो रही है शराब की होम डिलिवरी
पंजाब सरकार ने 7 मई से शराब की होम डिलिवरी के आदेश जारी किए थे. लॉकडाउन के दौरान इस आदेश के तहत एक व्यक्ति को सिर्फ दो लीटर शराब की होम डिलिवरी होगी. वहीं, पंजाब के बाद पश्चिम बंगाल ने भी शराब की होम डिलिवरी शुरू करने का फैसला किया है और यहां भी वेबसाइट पर जाकर होम डिलिवरी का ऑर्डर दे सकते हैं.
पंजाब में कोरोना के कितने केस?
पंजाब में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 2014 हो गई है. राज्य में बुधवार को 152 लोग स्वस्थ होकर अपने घरों को भी लौटे. कोरोना को मात देने वाले लोगों की संख्या अब 1794 पर पहुंच गई है. वहीं, बुधवार को कोरोना से जालंधर में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 12 नए मामले सामने आए हैं. इसी के साथ राज्य में इस बीमारी ने अब तक 39 की जान ले ली है.
इन शहरों में मिले कोरोना के नए मामले
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोरोना के नए मामलों में अमृतसर के 4, जालंधर के 4, लुधियाना के 2 और कपूरथला, पटियाला का एक-एक मरीज है. इस दौरान ठीक हुए 152 मरीजों में जालंधर के 4, लुधियाना के 88, गुरदासपुर के 2, नवांशहर के 30, पटियाला के 15, फतेहगढ़ साहिब के 8, मानसा के 3 और पठानकोट के 2 मरीज शामिल हैं.
पंजाब में अब तक 2122 लोगों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 44 की मौत हो गई, वहीं 1700 से ज्यादा ठीक भी हो गए हैं। दूसरी ओर संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सूबे देशव्यापी लॉकडाउन के साथ रात में कर्फ्यू और दिन में सामान्य लॉकडाउन की स्थिति जारी है। चौथे फेज के लॉकडाउन के चौथे दिन गुरुवार को राज्य में कई जगह से प्रशासन की सख्ती सामने आई है। बुधवार को पहले दिन फरीदकोट के 6 रूटों को छोड़कर पूरे राज्य में बसें चली आज बसों का संचालन हुआ। हालांकि सवारियां न के बराबर रही। आज दूसरे भी राज्य में बस सेवा जारी है। सवारियों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab CM Captain Amarinder Singh) ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार ने विदेशों से आ रहे भारतीयों के अपने राज्य में लौटने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की है जिससे वह आराम से अपने घर पहुंच सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली (Delhi) में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Indira Gandhi International Airport) में सुविधा केंद्र पर ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की गई है ताकि बाहर फंसे हुए पंजाबी और नॉन रेसिडेंट इंडियन (Non Resident Indians) जो विदेश से विशेष उड़ानों में वापस आ रहे हैं को उनके जिलों में उनके घरों तक आराम से पहुंचाया जा सके.
वापस आने वालों का किया जाएगा कोविड टेस्ट
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब पहुंचने पर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विदेश से लौटे लोगों का कोविड-19 टेस्ट (Covid-19 Test) भी किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नेगेटिव पाए जाने वालों को सेल्फ क्वारंटाइन के लिए 2 सप्ताह के लिए घर भेजा जाएगा जबकि पॉजिटिव पाए जाने पर आइसोलेशन सेंटरों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
‘आने वाले 30 दिन बेहद जरूरी’
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को कहा था कि पाबंदियों में ढील और अर्थव्यवस्था को खोलने के मद्देनजर कोविड-19 की रोकथाम को लेकर अगले 25 से 30 दिन काफी महत्वपूर्ण होंगे. सिंह ने पुलिस को सामाजिक मेलजोल से दूरी (Social Distancing) और मास्क पहनने समेत कोविड-19 सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिये कहा है.
मुख्यमंत्री ने यहां एक बयान में कहा, ‘अर्थव्यवस्था को अचानक फिर से खोलने और 55 दिन के कर्फ्यू बाद कार्यालयी और वाणिज्यिक गतिविधियां फिर से शुरू होने से कोविड-19 की रोकथाम को लेकर अगले 25 से 30 दिन बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं.’
‘लोगों के बलिदान को बर्बाद नहीं होने देंगे’
उन्होंने पुलिस कर्मियों से कहा, ‘हम पिछले 55 दिन में आपके द्वारा किए गए सभी कार्यों से मिले सभी लाभों को खोना नहीं चाहते. साथ ही हम पंजाब के लोगों द्वारा किए गए बलिदान को अपनी ओर से की गई किसी भी चूक से बर्बाद नहीं होने दे सकते.’
पिछले हफ्ते, सिंह ने घोषणा की थी कि पंजाब में 18 मई से कर्फ्यू हटा लिया जाएगा, जबकि लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा.
केंद्र द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य ने गैर-निषिद्ध क्षेत्रों में कई तरह की ढील देने की अनुमति दी है. इसके तहत स्थानीय बसों को चरणबद्ध तरीके से शुरू करना भी शामिल है.
20 लाख करोड़ के पैकेज को सराहा, लेकिन राहत देने के तरीके को वाजिब नहीं बताया
आईएमएसएमई दिल्ली की ओर से आयोजित वेबिनार में पंजाब के शहरों से केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के साथ सीधे संवाद में जुड़े उद्यमियों ने सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज को सराहा, लेकिन राहत देने के तरीके को वाजिब नहीं बताया। उद्यमियों ने टर्नओवर के हिसाब से माइक्रो इंडस्ट्री को 25, स्माल को 20, मीडियम स्केल इंडस्ट्री को 15 और लार्ज को 10 प्रतिशत राहत मांगी। इन्होंने कहा कि हम पहले से ही लोन लेते आ रहे हैं, इस दौरान हमें लोन नहीं राहत की जरूरत है। अगर इंडस्ट्री को संकट से बाहर निकालना है तो हमें दो साल तक बिना ब्याज के लोन दिया जाए। साथ ही बंद के दौरान तीन महीने के लिए बैंक ब्याज में राहत देनी चाहिए और ईपीएफ में योगदान दिया जाए।
पुलिस अस्पताल का दौरा कर डेंटल चेयर, आई टेस्टिंग, क्रिटिकल केयर मॉनिटर की प्रशंसा की
पटियाला: डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिनकर गुप्ता ने आज पटियाला पहुंच कोरोना महामारी के दौरान बेहतर ढंग से ड्यूटी करने वालों को सम्मानित किया। शहर में आईजी पटियाला रेंज जतिदर सिंह औलख ने डीजीपी का स्वागत किया। फिर डीजीपी ने चार एसपी, दो डीएसपी, पुलिस लाइन की डॉक्टर, तीन इंस्पेक्टर, 10 सब इंस्पेक्टर, छह एएसआई, पांच हवलदार, छह सिपाही और मार्केट समिति मुलाजिमों का डीजीपी कमैंडेशन डिस्क और प्रमाण पत्रों के साथ सम्मान किया। इसके बाद उन्होंने पुलिस लाइन स्थित पुलिस अस्पताल का दौरा कर डेंटल चेयर, आई टेस्टिंग, क्रिटिकल केयर मॉनिटर की प्रशंसा की और इस मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने की बात कही।
लुधियाना: शहर में शाम 7 बजे के बाद दवा और जरूरत का दूसरा सामान मिले या न मिले मगर शराब पूरी रात मिलती है। बुधवार को भी एक ओर देर शाम पुलिस मुलाजिम सड़कों पर निकलने वाले लोगों के चालान काट रहे थे। वहीं जमालपुर इलाके में करीब सवा 8 बजे तक ठेके खुले हुए थे। जो बंद थे, उनमें चोरी-छिपे शराब बेची जा रही थी। शटर नीचे था, अंदर लाइटें ऑन थी। लोगों को शटर के साइड में छेद से शराब बेची जा रही थी। हालांकि डीईटीसी पवन गर्ग का कहना है कि टीमें इसकी चेकिंग कर रही हैं। अगर तय समय के बाद भी शराब के ठेके खुलते हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
बटाला: एसएचओ परमजीत सिंह ने सिटी रोड पर स्पेशल नाका लगाया। वाहन चालकों द्वारा नियमों का पालन नहीं करने पर लगभग 30 लोगों के चालान काटे गए। एसएचओ परमजीत सिंह ने बताया कि नाके के दौरान युवा मोटरसाइकल पर ट्रिपल राइडिंग करते पाए गए। उन्हें रोककर चालान काट दिया गया। दरअसल, बुधवार को जिला बटाला पुलिस प्रमुख उपिंदरजीत सिंह ने आदेश जारी किया था कि वाहन चालक नियमों का खास ध्यान रखें। अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जालंधर: मकसूदां सब्जी मंडी में फिर से रिटेल फड़ियां लगने जा रही हैं। विधायक बाबा हैनरी के हस्तक्षेप के बाद एडीसीपी सुडरविली के साथ एसडीएम राहुल सिंधु, जिला मंडी अधिकारी दविंद्र सिंह और आढ़ती नेता महेंद्रजीत सिंह शैंटी, इंदरजीत सिंह नागरा, रछपाल बब्बू समेत आढ़तियों की उपस्थिति में सब्जी मंडी में 400 फड़ियां ऑड-ईवन फार्मूले पर लगाए जाने पर सहमति बनी है। मंडी बोर्ड ने साफ किया कि पहले दिन फड़ी लगाने वाले 200 विक्रेता अगले दिन मंडी में नहीं आ सकते।
अमृतसर: जिले के कुछ निजी स्कूलों ने इसी दूसरे खर्चे जोड़ना शुरू कर दिए हैं। ऐसे 30 स्कूलों की शिकायत शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिंगला व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंची है। डीईओ सतिंदरबीर सिंह ने इसकी जांच उप जिला शिक्षा अधिकारी राजेश शर्मा को सौंप दी है। अगर शिकायतें सही पाई गई तो स्कूलों की मान्यता रद्द हो सकती है। 14 स्कूलों ने अपना स्पष्टीकरण भेज भी दिया है।
सुल्तान विंड रोड स्थित एक निजी स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। वहीं मजीठा रोड के एक निजी स्कूल के मालिक को अभिभावकों अनिश्चितकालीन धरना लगाने की चेतावनी। स्कूल मालिक ने थाना सदर पहुंचकर सुरक्षा की मांग की। पुलिस ने इसकी जानकारी भी शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी है।
पठानकोट: पठानकोट में रणजीत सागर बांध परियोजना पर कार्यरत भारतीय मजदूर संघ की इकाई ने मुख्य अभियंता एसके सलूजा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष अशोक शर्मा, विभाग प्रमुख ओपी वर्मा ने कहा कि श्रम कानून में बदलाव करना गलत है। संघ इसका सख्त विरोध करेगा और भाजपा शासित राज्य अपने फैसलों को बदलें। वहीं, पठानकोट में भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री दिनेश गौतम वीरेंद्र कुमार प्रवीण कुमार ने एसीएस पिरथी सिंह को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि मजदूर हितों की रक्षा करें। अगर सुनवाई नहीं हुई तो मजदूर संघ सड़कों पर भी उतरने के लिए तैयार होगा।