चंडीगढ़. देश-दुनिया में खौफ का पर्याय बने कोरोना विषाणु के संक्रमण का असर पंजाब विधानसभा पर भी देखने को मिल रहा है। इसी के चलते अगले हफ्ते शुरू हो रहे सत्र से पहले सारे अधिकारियों, कर्मचारियों और विधायकों को कोविड टैस्ट करवाना होगा। विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से इस संबंध में विशेष हिदायतों वाला एक पत्र जारी किया गया है। इस आदेश के मुताबिक सभी को सत्र के दौरान अपनी रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी। बिना रिपोर्ट के विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
दरअसल, राज्य में पिछले कुछ दिनों से कई विधायकों को कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में वीआईपीज और अफसरों को इस महामारी से बचाने के मकसद से सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से गुरुवार को ही एक पत्र जारी किया गया है। पंजाब विधानसभा के सचिव शशि लखनपाल मिश्रा ने स्पीकर के आदेश पर निर्देश जारी किए हैं कि 28 अगस्त को होने वाले एक दिवसीय विधानसभा सत्र से पहले सारे अधिकारियों, कर्मचारियों और विधायकों को कोविड टैस्ट करवाना होगा। आदेश में साफ किया गया है विधानसभा सत्र में शामिल होने वाले हर विधायक, अधिकारी और कर्मचारी को अपनी रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी। इसके बिना विधानसभा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ये मंत्री-विधायक पाए जा चुके हैं संक्रमित
कुछ समय पहले कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जबकि 16 दिन अगस्त को कैबिनेट मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। गुरप्रीत कांगड़ ने आजादी दिवस के प्रोग्राम में भी शिरकत की थी। इसके अलावा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर अजैब सिंह भट्टी, अकाली विधायक मनप्रीत अयाली के अलावा अन्य राजनेताओं की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ चुकी है।