कश्मीर / सेना ने 4 आतंकी मारे, पुलिस ने नाम नहीं बताए ताकि लॉकडाउन तोड़कर लोग जनाजे में न आएं, शव पाकिस्तानी आतंकियों के लिए बने कब्रिस्तान में दफनाए

आतंकवादियों के डीएनए सैम्पल लिए और उसे मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कर दफनाया फैसला क्यों - 9 अप्रेल को 400 लोग जैश कमांडर के जनाजे में शामिल हुए थे

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श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में बुधवार रात सेना ने एनकाउंटर में चार आंतकियों को मार गिराया। मुठभेड़ साउथ कश्मीर के शोपियां में हुई। हालांकि सेना और पुलिस ने इन आतंकियों के नाम नहीं बताए हैं। पुलिस यह एहतियात इसलिए बरत रही है ताकि आतंकियों के समर्थक, रिश्तेदार और दोस्त बड़ी संख्या में जनाजे में शामिल न हों।

  • सुरक्षाबलों ने इन आतंकियों के शव का पोस्टमार्टम कर डीएनए सैम्पल ले लिए हैं। संभवत: इसके बाद आतंकियों के शव गांदरबल में दफना दिए गए। जहां विदेशी आतंकवादियों के लिए कब्रिस्तान बना हुआ है। इसकी वीडियोग्राफी भी की गई है।
  • पुलिस के मुताबिक, तीन परिवार पहचान के लिए सामने आए हैं। यदि आतंकी की पहचान होती है तो परिवार को जनाजे के वक्त मौजूद रहने दिया जाएगा। वरना भविष्य में कोई दावा करता है तो उसके लिए डीएनए सैम्पल ले लिए गए हैं।

शुक्रवार को भी 2 आतंकियों के शव परिजन को नहीं सौंपे थे
लॉकडाउन के बाद यह दूसरा मौका है आतंकियों के शव परिवार को न देकर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पाकिस्तानी आतंकियों के लिए बने कब्रिस्तान में दफनाया है। इससे पहले भी पिछले शुक्रवार को शोपियां में एक एनकाउंटर में दो आतंकवादियों को मार गिराया था जिनके शव परिवार को नहीं सौंपे थे।

यह फैसला 9 अप्रैल को सेना ने सोपोर में जैश के कमांडर सजाद डार को मार गिराने के बाद लिया था। उसके जनाजे में 400 से ज्यादा लोग लॉकडाउन तोड़कर जमा हो गए थे। डार का शव लेते वक्त उसके परिजनों ने लिखित में दिया था कि वह जनाजे के दौरान सोशल डिस्टनसिंग का ख्याल रखेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके बाद जनाजे में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी।

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