लंदन / नीरव मोदी ने कोर्ट में कहा- भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया तो आत्महत्या कर लूंगा
नीरव के वकीलों ने भारतीय जांच एजेंसियों पर जानकारी लीक करने का आरोप लगाया था। इस पर भारतीय पक्ष के वकील जेम्स लेविस ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के तथ्य लीक होना अफसोसजनक है, लेकिन यह भारतीय पक्ष की ओर से नहीं हुआ। लेविस ने नीरव की जमानत याचिका को चुनौती देते हुए दलील रखी कि पिछली बार की अर्जियों के वक्त जो हालात थे, उनमें अब भी कोई बदलाव नहीं है। जमानत मिलने पर नीरव के यूके से भागने की आशंका बनी हुई है।
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भारतीय पक्ष के वकील ने कहा- नीरव के बयान से उसके फरार होने की मंशा का पता चलता है
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नीरव की जमानत अर्जी 5 बार खारिज हो चुकी, उसने जेल में तीन बार हमले होने की बात भी कही
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नीरव 19 मार्च से लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है, भारत की अपील पर उसकी गिरफ्तारी हुई थी
लंदन. पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी (48) ने लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में बुधवार को कहा कि उसके भारत प्रत्यर्पण का आदेश दिया तो वह आत्महत्या कर लेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीरव ने जेल में तीन बार हमला होने की बात भी कही। भारत सरकार के लिए पैरवी कर रही क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विसेज (सीपीएस) के वकील जेम्स लेविस कहा- नीरव के बयान से उसके फरार होने की मंशा का पता चलता है।
जज ने नीरव की मेडिकल रिपोर्ट लीक होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
- नीरव की जमानत अर्जी बुधवार को पांचवीं बार खारिज हुई। जज एम्मा अबर्थनॉट ने कहा कि पिछली बातें भविष्य में संभावित घटनाओं का संकेत देती हैं। यह नहीं मान सकते कि नीरव गवाहों को प्रभावित नहीं करेगा और अगले साल मई में होने वाली ट्रायल के वक्त पेश हो जाएगा। उसका डिप्रेशन में होना जमानत खारिज करने के पिछले आदेशों को प्रभावित नहीं कर सकता।
- जज ने नीरव की जमानत अर्जी में उसकी मानसिक स्थिति का जिक्र होने की बात भारतीय मीडिया में लीक होने को गंभीर और खराब बताया। उन्होंने कहा कि गोपनीय मेडिकल रिपोर्ट लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे भारत सरकार के प्रति कोर्ट का भरोसा कम होगा।
- नीरव के वकीलों ने भारतीय जांच एजेंसियों पर जानकारी लीक करने का आरोप लगाया था। इस पर भारतीय पक्ष के वकील जेम्स लेविस ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के तथ्य लीक होना अफसोसजनक है, लेकिन यह भारतीय पक्ष की ओर से नहीं हुआ। लेविस ने नीरव की जमानत याचिका को चुनौती देते हुए दलील रखी कि पिछली बार की अर्जियों के वक्त जो हालात थे, उनमें अब भी कोई बदलाव नहीं है। जमानत मिलने पर नीरव के यूके से भागने की आशंका बनी हुई है।
- नीरव ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में 30 अक्टूबर को चौथी बार जमानत अर्जी दाखिल की थी। उसने बेचैनी और निराशा में होने की बात कही थी। नीरव की जमानत याचिका यूके हाईकोर्ट से भी खारिज हो चुकी है। वह 7 महीने से लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है। भारत की अपील पर प्रत्यर्पण वारंट जारी होने के बाद लंदन पुलिस ने 19 मार्च को उसे गिरफ्तार किया था। अगली पेशी 4 दिसंबर को वीडियोलिंक के जरिए होगी।