अकेले कार या साइकिल चला रहे व्यक्ति के लिए मास्क पहनना जरूरी नहीं : स्वास्थ्य मंत्रालय
अकेले कार या साइकिल चला रहे व्यक्ति के लिए मास्क पहनना जरूरी नहीं है। राजेश भूषण ने कहा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसा दिशानिर्देश नहीं जारी किया है। इसमें यह तय करना जरूरी है कि अगर आप किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आते है या कार में दूसरा व्यक्ति सवार है तो आपको व उसे मास्क का इस्तेमाल करना जरूरी है। लोगों को इस गाइडलाइन को दूसरे मतलब पर नहीं लेना चाहिए बल्कि अपनी सुरक्षा व दूसरों को बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि मास्क हर समय अपने पास रखे व कार से उतरते व दूसरे के संपर्क में आने से पहले मास्क से अपना मुंह व नाक जरूर ढ़के। कई स्थानों में प्रशासन ने लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य किया है तो वह अपने हित में है इसमें नियमों की पालना आपके लिए जरूरी है।
नई दिल्ली। कोरोना के संक्रमण को रोकने के नाम पर दिल्ली समेत पूरे देश की पुलिस लोगों का चालान काटने में लग गई है। इस सिलसिले में कार में अकेले बैठकर उसे चला रहे लोगों का चालान भी काटा जा रहा है। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अकेले बैठकर कार चला रहे लोगों के मास्क पहनने का कोई दिशानिर्देश जारी ही नहीं किया गया है। इसी तरह अकेले साइकिल चला रहे व्यक्ति के लिए भी मास्क पहनना जरूरी नहीं है।
अकेले साइकिल या कार चला रहे लोगों के मास्क नहीं पहनने के कारण चालान काटे जाने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ‘स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो दिशानिर्देश जारी किये हैं, उनमें यदि आप अकेले किसी कार को बैठकर कार चला रहे हैं, तो आपको मास्क पहनना है, इस आशय का कोई दिशा-निर्देश नहीं है।’
जाहिर है पुलिस बिना किसी दिशानिर्देश के अपनी मर्जी से इस तरह का चालान काट रही है। इसी तरह से राजेश भूषण ने यह भी साफ कर दिया कि अकेले साइकिल चला रहे व्यक्ति का भी मास्क नहीं पहनने के कारण चालान नहीं काटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में लोगों में फिजिकल एक्टीविटी में जागरूकता बढ़ी है। लोग दो-दो, तीन-तीन के समूह में साइकलिंग करते हैं, जॉगिंग करते हैं। यहां मास्क पहनना चाहिए, क्योंकि वहां सामाजिक दूरी का पालन करना और एक-दूसरे को संक्रमण से बचाना जरूरी है। लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया कि आप अकेले साइकिल चला रहे हैं, तो मास्क पहनने संबंधी कोई दिशानिर्देश स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी नहीं किया है।