सरकार का बड़ा एक्शन, Sikhs For Justice से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खालिस्तानी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (Sikhs For Justice) के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ‘सिख फॉर जस्टिस’ से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है। मंत्रालय की ओर से ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ के ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक करने का आदेश दिया गया है।
Based on intelligence inputs that the channel was attempting to use online media to disturb public order during the ongoing State Assembly polls, the Ministry used emergency powers under IT Rules on Feb18 to block the digital media resources of “Punjab Politics TV”: I&B Ministry
— ANI (@ANI) February 22, 2022
दरअसल, आइबी मंत्रालय का कहना है कि विदेशी आधारित ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ (Punjab Politics TV) के ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउट्ंस का सिख फॉर जस्टिस के साथ घनिष्ठ संबंध है।सरकार को खुफिया इनपुट के आधार पर पता चला कि यह चैनल पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान शांति व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए ऑनलाइन मीडिया का उपयोग करने का प्रयास कर रहा था। इसलिए, मंत्रालय ने आईटी नियमों के तहत आपातकाल शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए 18 फरवरी को ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ के डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म को ब्लॉक करने का फैसला लिया था।
आईटी नियमों के दायरे में कार्रवाई
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कुछ ऐप्स, वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई की है. पिछले हफ्ते भारत सरकार ने चीन से जुड़े 54 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था. सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित किए गए ऐप देश की अखंडता एवं संप्रभुता को खतरे में डालने वाली गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त पाए गए थे. इनसे देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा होने की आशंका पाई गई. सूत्रों ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन 54 ऐप को प्रतिबंधित करने के लिए अंतरिम निर्देश जारी कर दिए हैं. मंत्रालय को इस बारे में गृह मंत्रालय से सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69ए के तहत पाबंदी लगाने का अनुरोध मिला था.
क्या है सिख फॉर जस्टिस?
सिख फॉर जस्टिस एक विदेशी संगठन है. इनकी जड़ें कनाडा से लेकर ब्रिटेन तक है. इस संगठन की नींव साल 2007 में अमेरिका में रखी गई थी. SFJ का मुख्य एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है. अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू इस संगठन का मुख्य चेहरा है. ये संगठन पिछले कई दिनों से पंजाब की जनता को भड़काने का काम कर रहा है. किसान आंदोलन के दौरान ‘सिख फॉर जस्टिस’ का नाम काफी चर्चा में रहा था. गणतंत्र दिवस से पहले भी पन्नू ने हिंसा की धमकी दी थी. पन्नू ने कहा था कि अगर कोई हिंसा होती है तो उसके लिए भारत सरकार ही जिम्मेदार होगी.
इससे पहले 18 फरवरी को ‘सिख फॉर जस्टिस’ के गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने वीडियो जारी कर दीप सिद्धू की मौत को पॉलिटिकल मर्डर बताया था. वीडियो में उसने आरोप लगाया था कि दीप सिद्धू की हत्या एक पॉलिटिकल मर्डर है. इस वीडियो के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था.
हिजाब विवाद में भी कूदा था SFJ
सिख फॉर जस्टिस का नाम कर्नाटक हिजाब विवाद के दौरान हो रहे प्रदर्शन में के समय भी सामने आया था. खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI खालिस्तानी आतंकी संगठन के जरिए भारत में हिजाब रेफरेंडम के जरिए अराजकता फैलाने की साजिश रच रही है. भारत में हिजाब रेफरेंडम के लिए वेबसाइट भी बनाई गई है.