सीमा पर तनाव के बीच चीनी रक्षा मंत्री ने जताई राजनाथ सिंह से मुलाकात की इच्छा, भारत के जवाब का इंतजार
चीन के रक्षा मंत्री जरनल वेइ फेंघे(Wei Fenghe) ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक से इतर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) से मुलाकात की इच्छा जाहिर की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत-चीन तनाव के बीच चीन के रक्षा मंत्री जरनल वेइ फेंघे(Wei Fenghe) ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने की इच्छा जाहिर की है। रूस की राजधानी मास्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक से इतर चीन के रक्षा मंत्री जरनल वेइ फेंघे(Wei Fenghe) ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात की इच्छा जाहिर की है। चीनी पक्ष ने भारतीय मिशन के समक्ष यह इच्छा व्यक्त की। सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच जारी तनाव के मद्देनजर इस घटनाक्रम को बेहद अहम माना जा रहा है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मालूम हो कि राजनाथ सिंह और वांग यी दोनों ही शुक्रवार को होने वाली एससीओ बैठक में हिस्सा लेने के लिए मास्को में हैं। हालांकि, भारत के रक्षा मंत्रालय की ओर से चीनी रक्षा मंत्री के राजनाथ सिंह से मुलाकात की इच्छा पर कोई बयान अब तक सामने नहीं आया है। बता दें इससे पहले सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अपने चीनी समकक्ष से मुलाकात नहीं करेंगे।
भारत-चीन के बीच तनाव बरकरार
पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर 29-30 की दरम्यानी रात और 31 अगस्त की रात चीनी सेना की ओर से घुसपैठ की कोशिश के कारण बढ़े तनाव बाद से ही भारत और चीन के बीच तल्खियां जारी है। भारत पैंगोंग झील के उत्तरी इलाकों से चीन को अपने सैनिकों को पीछे हटाने के लिए कह रहा है। चीन की कारस्तानी के कारण ही ब्रिगेडियर स्तर की पहले चार दिन हुई वार्ता में कोई हल नहीं निकल पाया। गुरुवार को पांचवें दिन की बैठक से भी किसी तरह के नतीजों के संकेत नहीं मिले हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच हालात और बिगड़ रहे हैं।
बता दें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस के तीन दिवसीय दौरे पर है। इस दौरान वह आज एससीओ की बैठक में शामिल होंगे। मॉस्को दौरे के दौरान भारत और रूस ने अत्याधुनिक एके–203 राइफल भारत में बनाने के लिए एक ब़़डे समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। आधिकारिक रूसी मीडिया ने यह जानकारी दी। एके-203 राइफल, एके-47 राइफल का नवीनतम और सर्वाधिक उन्नत प्रारूप है। यह ‘इंडियन स्मॉल ऑर्म्स सिस्टम’ (इनसास) 5.56 गुना 45 मिमी राइफल की जगह लेगा।