तब्लीगी जमात से जुड़े 22 हजार लोग संदेह के घेरे में, सभी को किया गया आइसोलेट
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कुल 2902 कोरोना मरीज हैं जिनमें तब्लीगी जमात से जुड़े 1023 मरीज हैं। ...
नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने और उनके संपर्क में आने वाले 22 हजार से अधिक लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। इसके साथ ही अभी तक इस जमात से जुड़े 1023 लोगों के कोरोना वायरस से ग्रसित होने की पुष्टि हो चुकी है। जो देश में कोरोना वायरस के कुल मरीजों का 30 फीसदी से भी अधिक है। तब्लीगी जमात के लोगों और उनके संपर्क में आने वाले संदिग्धों की पहचान के लिए सघन अभियान जारी है।
तब्लीगी जमात के मरकज को नहीं रोक पाने से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगा बड़ा झटका
देश की राजधानी में तब्लीगी जमात के मरकज को नहीं रोक पाने को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बड़ा धक्का बताते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कुल कोरोना केस का 30 फीसदी केस एक जगह से आया है। हम इस खतरे को समझने और रोकने में विफल रहे।
लव अग्रवाल ने कहा- देश में कुल 2902 कोरोना मरीजों में तबलीगी जमात के 1023 मरीज हैं
लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कुल 2902 कोरोना मरीज हैं, जिनमें तब्लीगी जमात से जुड़े 1023 मरीज हैं। शुक्रवार को लव अग्रवाल ने इनकी संख्या 647 बताई थी। पिछले एक दिन में तबलीगी जमात से जुड़े 376 नए मामले सामने आए हैं। जबकि नए मामलों की कुल संख्या 601 है।
तब्लीगी जमात से जुड़े 22000 लोगों और उनके संपर्क में आने वालों की पहचान की गई
वहीं गृहमंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्त्व ने कहा कि पूरे देश में चलाए गए सघन अभियान के बाद तब्लीगी जमात से जुड़े 22 हजार से अधिक लोगों और उनके संपर्क में आने वालों की पहचान की गई है और उन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। जिन 17 राज्यों में तब्लीगी जमात से जुड़े कोरोना के मरीज पाए गए हैं, उनमें तमिलनाडु, दिल्ली, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कशमीर, असम, कर्नाटक, अंडमान-निकोबार, उत्तराखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र, केरल, हिमाचल, अरुणाचल प्रदेश और झारखंड शामिल है।
लव अग्रवाल ने कहा- यह हमारी हर दिन की लड़ाई है
तब्लीगी जमात में फैले कोरोना की कड़ी को तोड़ने में सफलता मिलने के बारे में पूछे जाने पर लव अग्रवाल ने कहा कि यह हमारी हर दिन की लड़ाई है। आज भी 17 राज्यों में तब्लीगी के लोग संपर्क करने की तलाश जारी है। यदि एक भी संपर्क किसी कारण से पता नहीं चला तो हम नए सिरे से मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।
कोरोना के मरीजों में बड़ी संख्या नौजवानों की
भारत में कोरोना के मरीजों के वर्गीकरण से साफ हुआ है कि इनमें बड़ी संख्या नौजवानों की है। 60 से अधिक उम्र को कोरोना के मरीज महज 17 फीसदी है। सबसे अधिक कोरोना के मरीज 21 से 40 साल के बीच के उम्र वाले हैं। इस उम्र वर्ग के मरीजों का अनुपात 42 फीसदी है। इसके बाद 41 से 60 साल के बीच मरीज 33 फीसदी हैं। वहीं 20 साल के कम उम्र के मरीज महज नौ फीसदी हैं।
गंभीर स्थिति वाले कोरोना के मरीजों की संख्या 58
भारत में गंभीर स्थिति वाले कोरोना के मरीजों की संख्या केवल 58 हैं। जिन्हें वेंटीलेटर जैसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम की जरूरत पड़ी है। इनमें अधिकांश केरल, मध्यप्रदेश और दिल्ली के हैं। लव अग्रवाल के अनुसार अभी तक जिन 68 लोगों की मौत हुई है, उनमें बुजुर्ग या फिर पहले से डायबटीज, हाइपरटेंशन, किडनी और दिल के मरीज शामिल हैं।
मास्क को लेकर रहें सतर्क
जो घर में बना मास्क है इसे मास्क नहीं कहा जा सकता है। यह मूल रूप से व्यक्तिगत स्वच्छता को बढ़ाने के लिए है। इसका उपयोग उन इलाकों में उपयोगी है, जहां सघन आबादी है। जहां सोशल डिस्टेंशन बनाना मुश्किल होता है, ताकि कुछ तो बैरियर हो। जिनको भी कोई सांस लेने से संबंधित कोई बीमारी हो, वे पहले सुझाए गए मास्क का उपयोग करें। कोई आदमी फेस कवर एक-दूसरे से शेयर नहीं करें। कई बनाकर रखे, एक धो रहे हैं, तो दूसरा लगाकर रखें। इसको उतारने का तरीका भी बताया गया है।
धीरे-धीरे टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ती जा रही
अभी तक 75 हजार लोगों की टेस्टिंग हो चुकी है। जरूरत के हिसाब से टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाते जा रहे हैं। आज से एक हफ्ते पहले 5000 टेस्ट हर दिन कर रहे थे, जो अब 10000 टेस्ट हर दिन कर रहे हैं।