किचन में रखे मसाले सूंघने से ही पता चल जाएगा आपको कोरोना है या फ्लू! वैज्ञानिकों ने बनाई लिस्ट

38 देशों के 500 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर कुल सवालों की लिस्ट (Questionnaire) तैयार की है. इससे आसानी से पता लगाया जा सकता है कि किसी शख्स को कोविड-19 है या फिर आम जुकाम और क्या उसे कोरोना टेस्ट कराना चाहिए?

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नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस एक घातक महामारी बनकर पैर पसार चुका है. अब तक देश में संक्रमितों की संख्या 8400 हो गई है, जबकि 273 लोग इस वायरस से जान भी गंवा चुके हैं. कोरोना वायरस (Coronavirus) और सामान्य फ्लू (Flu) के लक्षण कई मामलों में एक जैसे लगते हैं. ऐसे में ये समझ पाना मुश्किल होता है कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण हैं या फिर सामान्य सर्दी-जुकाम. हालांकि, अब आप जल्द ही घर बैठे कोरोना के लक्षणों की सही पहचान कर पाएंगे. किचन में रखे मसालों से कोरोना और फ्लू में आसानी से फर्क किया जा सकता है.

रिपोर्ट के मुताबिक, 38 देशों के 500 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर कुल सवालों की लिस्ट (Questionnaire) तैयार की है. इससे आसानी से पता लगाया जा सकता है कि किसी शख्स को कोविड-19 है या फिर आम जुकाम और क्या उसे कोरोना टेस्ट कराना चाहिए? ये एक तरह का सर्वे है, जिसमें आपके किचन में उपलब्ध मसालों और बूटियों को चखकर आपको जवाब देना होगा. इसी के आधार पर रिजल्ट पता चलेगा.

कौन से मसाले चखने होंगे?
किचन में रखे मसाले जैसे हल्दी, जीरा, दारचीनी, सौंफ, इलाइची, काली मिर्च, मुलैठी, सरसो, लॉन्ग चखकर या सूंघकर आप ये पता लगा सकते हैं कि आपको सामान्य सर्दी-जुकाम है या फिर कोरोना का संक्रमण.

बता दें कि भारत से सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट ऑर्गेनाइजेशन (सीएसआईओ) के डॉ. रितेश कुमार, डॉ. अमोल पी. भोंडेकर और डॉ. रिशमजीत सिंह भी इस समूह में काम कर रहे हैं. वहीं, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज और आईआईटी दिल्ली के वैज्ञानिक भी इसका हिस्सा हैं; जो सांस की बीमारी होने पर सूंघने और स्वाद आने की शक्ति कम होने की थ्योरी पर काम कर रहा है.

फिलहाल भारत में लागू करने के लिए एथिकल अप्रूवल का इंतजार है. अप्रूवल के बाद इस प्रश्नावली या एप को भारत सरकार के आरोग्य सेतु के साथ जोड़ा जाएगा.

क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है.

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं. संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है.

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