नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और विशेषज्ञ लगातार कह रहे हैं कि जब तक ज्यादा जांच नहीं होगी तब तक मरीजों का सही आंकड़ा नहीं पता चलेगा और संक्रमण बढ़ता जाएगा. मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बीच केंद्र और राज्य सरकारें जांच बढाने पर काम कर रही है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 6412 लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. इनमें से 5703 एक्टिव केस हैं. वहीं, 199 लोगों की मौत भी हो चुकी है. हालांकि, इस वायरस से संक्रमित हुए 503 लोग ठीक भी हो चुके हैं.
संक्रमित लोगों में 61% मरीज दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल के हैं. इन छह राज्यों में देश की 27% आबादी रहती है और कोरोना की जांच करने वाली 52% से जयादा लैब भी यहीं पर है. अब अन्य राज्यों में 21 नई लैब बनाने की तैयारी चल रही है.
देखें कहां कितने लैब और कितने मरीज
राज्य लैब मरीज
तमिलनाडु 20 834
दिल्ली 15 720
तेलंगाना 25 471
कर्नाटक 14 197
केरल 14 357
जिस जगह लैब कम है वहां मरीजों का आंकड़ा
राज्य लैब मरीज
झारखंड 2 13
बिहार 4 58
छत्तीसगढ़ 2 18
ओडिशा 4 44
उत्तराखंड 1 35
अब सवाल ये उठता है कि क्या लोगों की जांच न हो पाने से संक्रमितों का सही आंकड़ा पता नहीं चल पा रहा है. इन सबके बीच इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने देश को भयानक खतरे के संकेत दिए हैं.
हाल के कुछ हफ्तों में ICMR की ओर से देशभर के अलग-अलग जिलों से लिए गए कोरोना वायरस मरीजों के नमूनों और उनकी केस हिस्ट्री की जानकारी में जो आंकड़े सामने आए हैं, उससे देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. ICMR ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा न के बराबर है.