नई दिल्ली. दिल्ली और इसके आसपास के राज्यों पंजाब और हरियाणा (Punjab and Haryana) में रविवार से लगातार बारिश (Heavy Rains) होने की संभावना है, क्योंकि मानसून के सामान्य स्थिति में आने का अनुमान है. मौसम विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी है. ‘स्काईमेट वेदर’ ने बताया कि जुलाई की शुरुआत से, उत्तरी मैदानी इलाकों में केवल हल्की-फुल्की बारिश हुई है क्योंकि मानसून लगातार अपना रास्ता बदल रहा था. वह कभी हिमालय की ओर जा रहा था और कभी उससे दूर. मौसम एजेंसी ने बताया कि मानसून उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 3-4 दिनों तक स्थिर रहेगा. 19 से 21 जुलाई के बीच दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में अधिक वर्षा होने की उम्मीद है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसी अवधि में पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश का अनुमान लगाते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है. आईएमडी ने कहा कि हालांकि उम्मीद के मुताबिक उत्तर भारत में उमस भरे मौसम से लोगों को कुछ राहत मिलने की संभावना है, लेकिन भारी बारिश के कारण असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की स्थिति और खराब होगी और इससे भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं. असम में बाढ़ जनित घटनाओं में तीन और लोगों की मौत हो गई जिससे इस प्राकृतिक आपदा के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 105 हो गई है. इनमें से 79 बाढ़ में और 26 भूस्खलन से मरे हैं.
असम में बाढ़ का कहर
असम के 33 जिलों में से 26 में 27.64 लोग बाढ़ से प्रभावित है. यहां बाढ़ के कारण मकान क्षतिग्रस्त हो गए, फसलें तबाह हो गईं और कई स्थानों पर सड़कें और पुल टूट गए. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बाढ़ संबंधी अपनी दैनिक रिपोर्ट में बताया कि दो व्यक्तियों की मौत बारपेटा में और एक व्यक्ति की मौत दक्षिण सालमारा जिले में हुई. इसमें बताया गया कि इस बार बरसात के मौसम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 90 पशुओं की जान चली गई. मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्ण ने बताया कि बाढ़ प्रबंधन को लेकर कोई समस्या नहीं है क्योंकि बाढ़ एवं कोविड-19 के लिए सरकारी कर्मचारियों के अलग-अलग दलों को तैनात किया गया है.
शुक्रवार को बाढ़ से प्रभावित जिलों की संख्या 28 थी और प्रभावित लोगों की संख्या 35.76 लाख थी. होजई और पश्चिम कारबी आंगलोंग जिलों में हालात बेहतर होने से इस संख्या में कमी आई. धुबरी जिले में बाढ़ से सर्वाधिक 4.69 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. बुलेटिन में बताया गया कि कम से कम 2,678 गांव अभी जलमग्न हैं और 1,16,404 हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को उमस भरा मौसम रहा. शहर का एक बड़ा हिस्सा अभी भी वर्षा से वंचित हैं. भारतीय मौसम विभाग ने हालांकि अगले दो दिनों के दौरान शहर में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने का अनुमान लगाया है.
उत्तर भारत की ओर बढ़ना शुरू हो गया है मानसून
विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘मानसून उत्तर की ओर बढ़ना शुरू हो गया है. अगले दो दिनों में दिल्ली में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की उम्मीद है.’ उन्होंने हालांकि कहा कि राजधानी में ‘अच्छी’ बारिश अगले सात दिनों के दौरान होने की उम्मीद है. सफदरजंग वेधशाला ने जुलाई में अब तक 47.9 मिमी बारिश दर्ज की है, जो सामान्य के 109.4 मिमी से 56 प्रतिशत कम है. सफदरजंग वेधशाला शहर के लिए प्रतिनिधि आंकड़े प्रदान करती है. पालम और लोधी रोड मौसम केन्द्रों ने भी जुलाई में 38 और 49 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की है.
सफदरजंग वेधशाला ने शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. आर्द्रता का स्तर बढ़कर 89 फीसदी हो गया. मौसम विभाग के अनुसार मानसून 27 जून की सामान्य तारीख से दो दिन पहले 25 जून को दिल्ली पहुंचा था. इस मौसम के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में सामान्य वर्षा होने का अनुमान जताया गया है. बिहार में रविवार से वर्षा की तीव्रता बढ़ने की आशंका है और सभी जिलों में एक और सप्ताह तक बारिश होने का अनुमान है. बिहार में 1 से 17 जुलाई के बीच सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है.
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश बारिश हुई, जबकि राज्य के पश्चिमी हिस्से में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. विभाग ने बताया कि राज्य के कुछ स्थानों पर बिजली गिरने के साथ-साथ आंधी-तूफान भी आई. मौसम विभाग ने 19 से 21 जुलाई तक राज्य के अधिकतर स्थानों पर बारिश और आंधी-तूफान आने का अनुमान जताया है. पंजाब और हरियाणा में तापमान सामान्य स्तरों के आसपास रहा. राजस्थान के अनेक इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गयी. मौसम विभाग के अनुसार बारिश का दौर अभी जारी रहेगा. हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने 19 और 20 जुलाई को भारी बारिश की आशंका जताते हुए आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 जुलाई तक राज्य में बारिश की आशंका जतायी है. मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि रविवार और सोमवार को बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट और मंगलवार को भारी बारिश के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है. इस बीच, गोवा से केरल तक मानसून कमजोर हुआ है. पिछले 24 घंटों में मुंबई और इसके उपनगरों में कम वर्षा हुई है. इसके अलावा, यहां तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होने की संभावना है, जिससे एक बार फिर से उमस बढ़ सकती है.