खुशखबरी-सितंबर तक मिल जाएगी कोरोना की वैक्सीन, 2 साल का ट्रायल 2 महीने में हुआ पूरा, भारत में भी हो रहा तेजी से काम

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने दावा करते हुए कहा, 'हम COVID-19 महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे, जिसे एक्स नाम दिया गया था.' इसमें हमे काफी साकरात्मक परिणाम मिल रहे हैं जो मानव जाति के लिए वरदान साबित हो सकती है।

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लंदन. जानलेवा कोरोना वायरस का कहर दुनिया के तमाम देश झेल रहे हैं. दुनियाभर में अब तक 23,10,572 से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. अभी तक कोरोना वायरस (COVID-19) की न तो कोई दवा मिल पायी है और न वैक्सीन. अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और भारत समेत कई देश वैक्सीन पर तेजी से काम कर रहे हैं. इस बीच ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीनोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर ने कोरोना का वैक्सीन सितंबर तक विकसित करने का दावा किया है.

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने दावा करते हुए कहा, ‘हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे, जिसे एक्स नाम दिया गया था. इसके लिए हमें योजना बनाकर काम करने की जरूरत थी. ChAdOx1 तकनीक के साथ इसके 12 टेस्ट किए जा चुके हैं. हमें एक डोज से ही इम्यून को लेकर बेहतर परिणाम मिले हैं, जबकि आरएनए और डीएनए तकनीक से दो या दो से अधिक डोज की जरूरत होती है.’ ब्रिटेन में कोरोनावायरस वैक्सीन के लिए 21 नए रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू कर दिए गए हैं. इसके लिए ब्रिटेन की सरकार ने 1.4 करोड़ पाउंड की राशि मुहैया कराई है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में 10 लाख वैक्सीन की डोज बनाने की तैयारी चल रही है.

सारा गिल्बर्ट का कहना है कि इसका क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिया गया है. अगले 15 दिनों के अंदर इंसान पर इस वैक्सीन की टेस्टिंग की जाएगी. इस वैक्सीन की सफलता को लेकर हमारी टीम 80 फीसदी आश्वस्त है. इसकी एक मिलियन डोज इसी साल सितंबर तक उपलब्ध हो जाएंगी.

दो साल में होने वाला ट्रायल दो महीने में हुआ पूरा

बता दें कि मानव इस्तेमाल से पहले वैक्सीन का प्री क्लीनिकल ट्रायल जानवरों पर होता है. इससे पता चलता है कि इंसानों में इसका इस्तेमाल सुरक्षित होगया या नहीं. जानवरों में इस टेस्ट को करने में दो साल तक लग जाते हैं लेकिन वैश्विक महामारी को देखते हुए इस ट्रायल को केवल दो महीने में ही पूरा कर लिया गया है.

ब्रिटेन में एक लाख से ऊपर पहुंची कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या
बता दें कि ब्रिटेन भी कोरोना वायरस की भयानक मार झेल रहा है. यहां कोविड-19 के तकरीबन 1,14,217 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. ब्रिटेन के शाही परिवार के प्रिंस चार्ल्स और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी इस वायरस के शिकार हो चुके हैं. जॉनसन की हालत खराब होने पर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ा था. हालांकि, अभी उनकी तबीयत में सुधार है. वहीं, प्रिंस चार्ल्स भी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.

भारत में भी तेजी से हो रहा है काम
कोरोना की वैक्सीन को लेकर भारत में भी तेजी से काम हो रहा है. हैदराबाद की वैक्सीन कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) अगले चार महीने में विकसित की गई वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर देगी. अभी इसका एनिमल ट्रायल चल रहा है. 2020 खत्म होने से पहले यह टीका इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो सकता है.

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