देश में 1 कोरोना मरीज के इलाज में कितना हो रहा है खर्च, यहां जानिये सबकुछ
देश में कोरोना मरीजों (Covid 19 Positive) के इलाज का खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है. जैसे उनकी उम्र, उनको दिया जाने वाला इलाज, कोरोना वायरस संक्रमण के हमले का भार.
इसका मतलब है कि एक मरीज के 14 दिन के इलाज पर 2,80,000 से 3,50,000 रुपये खर्च होते हैं. आमतौर पर लगातार तीन से पांच परीक्षण नकारात्मक होने के बाद रोगियों को छुट्टी दे दी जाती है. कुछ मामलों में एक निश्चित परिणाम जानने के लिए आठ से दस बार जांच की जाती हैं. बॉलीवुड गायक कनिका कपूर का लगातार छह परीक्षणों के बाद रिजल्ट नेगेटिव आया था.
कोविड 19 की जांच के लिए व्यक्ति के गले या नाक से लिए गए सैंपल (स्वैब) या फ्लूड टेस्ट के मामले में खर्च के तहत टेस्ट की कीमत 4,500 रुपये है (सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञों और अन्य लोगों की सुनवाई के बाद निजी लैब के लिए यह शुल्क निर्धारित किया है). सिर्फ जांच किट की कीमत 3,000 रुपये है. अगर किसी व्यक्ति में कोविड 19 के लक्षण दिखते हैं तो उसे सरकारी खर्च पर एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया जाता है.
PPE और दवा 1000 रुपये तक
कोविड -19 अस्पताल के एक नर्सिंग अधीक्षक के अनुसार, ‘100 बेड वाले कोविड-19 अस्पताल में कम से कम 200 PPE किट की आवश्यकता होती है. डॉक्टरों और नर्सों को हर चार घंटे में अपनी किट बदलनी होती है. अगर मरीज वायरस के भारी भार के साथ गंभीर रूप से बीमार है, तो नर्सिंग स्टाफ के पीपीई किट को अक्सर बदलना पड़ता है.’ एक स्टैंडर्ड पीपीई किट की कीमत 750 से 1,000 रुपये के बीच होती है. दवाओं की कीमत एक मरीजों के हिसाब से अलग-अलग होती है. एंटीबायोटिक्स, एंटी-विट्रियॉल और अन्य दवाओं की कीमत एक मरीज के लिए 500 से 1,000 रुपये के बीच होती है.